रायगढ़। जिले में हाथियों ने एक बार फिर किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है। बुधवार (8 अक्टूबर) रात में हाथी जंगल से निकलकर खेतों तक पहुंचे और जिले के 53 किसानों की फसलों को अपने पैरो से रौंद दिया। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान कापू रेंज में हुआ है।
मामला घरघोड़ा रेंज के छर्राटांगर का है। बताया जा रहा है कि हाथियों का दल दिन में आराम करता है। रात के अंधेरे में वे खाने की तलाश में खेतों में पहुंचते है। यहां नुकसान पहुंचाने के बाद हाथियों का मूवमेंट कोरबा वन मंडल की तरफ हुआ है, लेकिन अब भी जिले में 65 हाथी अलग-अलग जंगल में विचरण कर रहे हैं।
धरमजयगढ़ वन मंडल के कापू रेंज के ठाकुरपोड़ी, नारायणपुर, कमरई में 43 किसानों के फसलों को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है। वहीं बाकारूमा रेंज के रैरूमा, और चिडोडीह में 7 फसल, छाल रेंज के तेंदुमुड़ी में 1 किसान का फसल बर्बाद किया है। इसके अलावा रायगढ़ वन मंडल के घरघोड़ा रेंज के छर्राटांगर में 2 किसानों का धान फसल और मकान को नुकसान पहुंचाया है। गुरुवार की सुबह से वनकर्मी हाथियों के द्वारा किए गए नुकसान का आंकलन करने में जूट गए थे।
दल में शावक भी शामिल
जिले के दो वन मंडल में 65 हाथी मौजूद हैं। जिसमें नर हाथी की संख्या 28, मादा 23 और शावक 14 है। धरमजयगढ़ वन मंडल में 42 और रायगढ़ वन मंडल के जंगल में 23 हाथी विचरण कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि दिन के समय हाथी जंगल में आराम करने के बाद रात में खाने की तालाश में गांव के करीब खेतों में पहुंच रहे हैं।
गांव-गांव में करा रहे मुनादी
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथियों की निगरानी हाथी मित्र दल और वनकर्मियों के द्वारा की जा रही है। ऐसे में जब हाथियों की जानकारी मिलती है, तो तत्काल आसपास के प्रभावित गांव में मुनादी करायी जा रही है। ग्रामीणों को अकेले जंगल जाने से मना करने के साथ ही हाथी की जानकारी मिलने पर सूचना देने कहा गया है।
किसानों की फसल पर गजराजों का तांडव
रात में खेतों में घुसकर 53 कृषकों की फसल रौंदी
