रायगढ़। निगम की सामान्य सभा के दौरान सावित्री जिंदल सेतु एवं ओपी जिंदल मार्ग का नामकरण निरस्त किए जाने के मामले में सभापति डिग्री साहू ने मीडिया को जारी बयान में कहा ओपी जिंदल मार्ग एवं सावित्री जिंदल सेतु के रख रखाव के लिए चार बार पत्र जारी करने के बाद भी जिंदल ने निर्धारित समय सीमा में रख रखाव नहीं किया। स्कूली बच्चों सहित आम जनता के जीवन के खिलवाड़ ना हो इसलिए रखरखाव की जिम्मेदारी शहर सरकार की बनती है । लेकिन नामकरण की वजह रखरखाव में आ बाधा की वजह से निरस्त करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। सभापति डिग्री साहू ने कहा जनहित से जुड़ो मसलों में भी कांग्रेस का जिंदल के पक्ष में खड़े होना आश्चर्यजनक हैं। डिग्री साहू ने नेता प्रतिपक्ष सलीम नियारिया पर आरोप मढ़ते हुए विश्वनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा सावित्री जिंदल सेतु एवं ओपी जिंदल मार्ग का नामकरण समुचित रख रखाव की शर्तों पर किया गया था लेकिन बारंबार नोटिस दिए जाने के बाद भी जिंदल रखरखाव करने में असमर्थ रहा । आश्चर्य की बात है कि पांच सालो तक जानकी काटजू की शहर सरकार जिंदल समूह से सडक़ एवं पुलिया का रख रखाव नहीं करा पाई वही सभापति रहते हुए सलीम नियारिया भीं यह कार्य नहीं करवा पाए। एक चाय वाले ने महापौर बनते ही जनादेश का सम्मान करते हुए पूरी शिद्दत ईमानदारी के साथ जनता से जुड़े मामले में अपनी तत्परता दिखाई और जिंदल समूह को रख रखाव के लिए पत्र जारी करते हुए जल्दी पूरा करने का आग्रह भी किया।तय समय सीमा में कार्य नहीं करवाए जाने की वजह से रखरखाव का बीड़ा निगम ने उठाने का निर्णय लिया । जनहित के मामले में कठोर निर्णय लेने पर कांग्रेस के पेट में उठे दर्द पर सवाल उठाते हुए डिग्री साहू ने कहा जीवर्धन सरकार सदैव शहर हित को ही प्राथमिकता देगी । जिंदल का नाम निरस्त जिए जाने के कदम को स्वागतेय बताते हुए सभापति डिग्री साहू ने कहा सामान्य सभा की बैठक के दौरान नामकरण निरस्त करने का निर्णय सर्वसम्मति से पारित कर दिया। जीवर्धन चौहान की सरकार के इस फैसले ने यह बता दिया कि जन हित की अनदेखी करने वाले कितने भी प्रभावशाली क्यों ना हो उन पर विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित है । कांग्रेस पर जिंदल के हिमायती होने का आरोप मढ़ते हुए सभापति डिग्री ने नेता प्रतिपक्ष सलीम से पूछा क्या जर्जर हो रही सडक़ो एवं पुलिया को यूं ही छोड़ दिया जाना चाहिए या फिर रखरखाव किया जाना चाहिए ? इसका जवाब भी जनता को देना चाहिए। सभापति श्री साहू ने सभी पार्षदों का आभार व्यक्त करते हुए कहा नामकरण निरस्त किए जाने का निर्णय जन हित में उठाया गया बड़ा कदम है आने वाले दिनों में शहर सरकार द्वारा निगम के खजाने में वृद्धि करने के प्रयास भी किए जाएंगे। जिससे आम जनता को लाभ मिल सके।