रायगढ़। जिला मुख्यालय में गणेश चतुर्थी के पांचवें दिन रविवार से शहर के चौक-चौराहों के अलावा गली-मोहल्लों में विराजे गणपति की प्रतिमाओं का विर्सजन का दौर शुरू हो चुका है। इससे पहले शहर में कई जगह विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया था, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
शहर में 27 अगस्त से गणेश उत्सव धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। रविवार को पांचवे दिन से गणपति के विसर्जन की प्रक्रिया शुरू हो गई। शहर के अलग-अलग मोहल्लों और पंडालों में विराजे गणपति की प्रतिमाओं को श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे, डीजे की धुन और नृत्य के साथ विदाई दी। हर तरफ गणपति बप्पा मोरया के जयघोष गूंजते रहे और निगम प्रशासन द्वारा चिन्हांकित किए गए तालाबों में पूजा-अर्चना पश्चात प्रतिमाओं का विधिवत विसर्जन किया गया। विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं में जहां बप्पा के विदा होने का भावुक पल था, वहीं अगले बरस जल्दी आना के जयघोष भी गूंजते रहे।
समिति के सदस्यों ने बताया कि रायगढ़ में 10 दिनों तक गणेश उत्सव मनाया जाता है, इस दौरान शहर चौक-चौराहों के अलावा कॉलोनियों में बड़े-बडे पंडालों में गणपति की प्रतिमा विराजित की जाती है। साथ ही रंगे-बिरंगी विद्युत झालरों से पंडालों को सजाया जाता है। कल सुबह से शाम तक शहर के कई गणेश पंडालों में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और आज विसर्जन किया जा रहा है।