रायपुर. छत्तीसगढ़ की माटी ने एक बार फिर पूरे देश में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। ई. विश्वेश्वरैया इंजीनियरिंग कॉलेज की एनएसएस स्वयंसेविका कोरबा जिले की लखनी साहू ने अपने समर्पण, सेवा और कर्मनिष्ठा से प्रदेश का नाम रोशन किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें ‘माई भारत एनएसएस राष्ट्रीय पुरस्कार (2022-23)’ से सम्मानित किया है। यह उपलब्धि न केवल लखनी साहू के अथक प्रयासों की पहचान है, बल्कि हर छत्तीसगढ़वासी के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस सम्मान पर लखनी साहू को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने समाजसेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से समाजहित में किए गए उनके योगदान ने यह सिद्ध किया है कि जब युवा संकल्प लेकर आगे बढ़ते हैं तो परिवर्तन निश्चित होता है। उनकी यह उपलब्धि प्रदेश के युवाओं को देश सेवा और जनकल्याण के मार्ग पर आगे बढऩे के लिए प्रेरित करेगी।
मुख्यमंत्री साय ने लेखनी साहू के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं की ऊर्जा को रचनात्मक दिशा देकर उन्हें समाज निर्माण और राज्य के नवोदय में सहभागी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
छत्तीसगढ़ की बेटी, देश का गौरव
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों लखनी साहू को मिला, राष्ट्रीय पुरस्कार, सीएम साय ने दी बधाई
