रायगढ़। ग्राम बरौद के ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति की गंभीर समस्या को लेकर आज घरघोड़ा स्थित बिजली विभाग के सहायक अभियंता को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि एसईसीएल रायगढ़ क्षेत्र द्वारा पूरे गांव का विस्थापन किया गया है, परंतु लगभग 15 प्रतिशत किसानों की जमीन भूमि अर्जन क्षेत्र से बाहर है।
किसान अपनी निजी भूमि पर मकान बनाकर निवास कर रहे हैं। इसके अलावा ग्राम पंचायत बरौद अंतर्गत लगभग 60 भूमिहीन परिवार राजस्व और वन भूमि पर निवासरत हैं, जबकि 50 से अधिक गरीब परिवार मकान निर्माण कर रहे हैं। बावजूद इसके, इन सभी परिवारों को अब तक बिजली की सुविधा नहीं मिल पाई है।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार बिजली आपूर्ति के लिए नया ट्रांसफार्मर लगाने की मांग स्थानीय बिजली विभाग और जनप्रतिनिधियों से की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। मजबूरन आज पुन: ग्रामीणों ने सरपंच प्रतिनिधि के नेतृत्व में सहायक अभियंता को ज्ञापन सौंपा और शीघ्र समाधान की मांग की।बिजली विभाग का पक्ष सहायक अभियंता, विद्युत विभाग घरघोड़ा ने बताया कि ज्ञापन प्राप्त हो गया है, प्रकरण को आगे की कार्यवाही के लिए भेजा गया है। आदेश मिलते ही क्षेत्र में बिजली आपूर्ति प्रारंभ कर दी जाएगी।ग्रामीणों की चेतावनी।
सरपंच प्रतिनिधि सनतकुमार राठिया ने कहा कि यदि जल्द ही बिजली की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई, तो ग्रामीण सडक़ पर उतरकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि विस्थापित और गरीब परिवारों को अंधेरे में रखना अन्याय है, और अब वे अपने हक और अधिकार के लिए संघर्ष करेंगे। ग्रामीणों की यह मांग है कि क्षेत्र में शीघ्र नया ट्रांसफार्मर लगाकर नियमित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि विस्थापित और भूमिहीन परिवार भी मूलभूत सुविधा से वंचित न रहें।
बिजली समस्या से त्रस्त हैं बरौद क्षेत्र के ग्रामीण
एसईसीएल के विस्थापन का झेल रहे दंश, सहायक अभियंता को सौंपा ज्ञापन
