रायगढ़। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रायगढ़ चक्रधर समारोह 2025 के सातवें दिन की गरिमामयी शुभारंभ के अवसर पर राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह ने महाराजा चक्रधर सिंह के छायाचित्र पर पुष्प एवं दीप प्रज्वलित कर विधिवत किया। समारोह में सांस्कृतिक परंपराओं और साहित्यिक जगत का अद्भुत संगम देखने को मिला। राज्यसभा सांसद से देवेंद्र प्रताप सिंह जी ने इस अवसर पर शिक्षिका एवं कवयित्री श्रीमती लिशा पटेल दिव्य द्वारा रचित ‘दिव्य धरोहर’ पुस्तक का विमोचन किया इस अवसर पर सांसद महोदय ने कवयित्री लिशा पटेल को उनकी पुस्तक विमोचन के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चक्रधर समारोह सदैव नित्य संगीत एवं साहित्य जगत को पल्लवित करता है यह कृति पाठकों के हृदय में अवश्य स्थान बनाएगी।
कवयित्री लिशा पटेल की खासियत
श्रीमती लिशा पटेल की इस कृति में उन्होंने प्रकृति संस्कृति जीवन की वेदना संवेदना आस्था और विश्वास सभी पहलुओं को छंदों में लिखकर समावेश किया है तथा पाठकों की समझ के लिए प्रयोग किए गए सभी छंदों को विधान भी उन्होंने लिखा है। उन्होंने बताया कि उनकी रचनाएं हिंदी और छत्तीसगढ़ी दोनों भाषाओं में होती है तथा छंदबद्ध, छंदमुक्त कविताओं, गीत,गजल, मुक्तक, नवगीत, लेख आलेख बाल कविताएं आदि में संकलित है। बता दें कि श्रीमती पटेल साहित्य शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में विशेष अभिरुचि रखती हैं उनकी रचनाओं को ‘गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनकी रचनाएं 50 से भी अधिक पुस्तकों राष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में छप चुकी है वे शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए अनेकों बार सम्मानित हो चुकी है उनके अनेकों कार्य सराहनीय होते हैं।वहीं ‘दिव्य धरोहर’ पुस्तक विमोचन के लिए कवयित्री लिशा पटेल को उपस्थित सभी कला प्रेमी साहित्यकार शिक्षक गण सामाजिक बंधुओं आदि द्वारा इस पुस्तक की प्रशंसा करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कवयित्री लिशा पटेल की किताब दिव्य धरोहर का भव्य विमोचन
