रायगढ़। रेलवे स्टेशन में आटो चालकों व स्टैंड ठेकेदार के बीच विवाद लगातार बढ़ते जा रहा है। ऐसे में जहां ठेकेदार शुल्क लेने पर अड़ा है तो आटो चालक देने से मना कर रहे हैं, जिसको लगातार विवाद बढ़ रहा है। ऐसे में मंगलवार को रेलवे अधिकारियों की मौजूदगी आटो संघ व ठेकेदार के बीच एक बैठक आयोजित की गई थी, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताहभर से रेलवे स्टेशन के आटो स्टैंड में किराया को लेकर विवाद चल रहा है, जिससे तीन दिन पहले आटो चालक संघ कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज कराया था कि ठेकेदार द्वारा जबरदस्ती किराया वसूल किया जा रहा है, लेकिन मामला रेलवे का होने के कारण उनके तरफ से भी कोई पहल नहीं हुई, जिसको लेकर लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। ऐसे में मंगलवार को सुबह रेलवे अधिकारियों एक बैठक किया गया, जिसमें कहा गया कि आटो स्टैंड का ठेका हुआ है, जिससे यहां आटो खड़ा करने पर शुल्क देना पड़ेगा, लेकिन आटो चालक संघ अपनी मांगों पर अड़ा रहा, इस दौरान इनका कहना था कि किसी भी स्टेशन में आटो चालकों से शुल्क नहीं लिया जाता, तो यहां क्यों देंगे, ऐसे में रेलवे अधिकारियों का कहना था कि अभी सभी जगह ठेका हो गया है, ऐसे में ठेकेदार शुल्क लेता है या नहीं वह ठेकेदार के ऊपर है, लेकिन रेलवे को चार्ज देना पड़ेगा। साथ ही मामले को पटाक्षेप करने के लिए अधिकारियों ने कहा कि रेलवे के तरफ से बीस रुपये इसके आलावा 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ प्रतिदिन का दर निर्धारित किया गया है, जिससे निर्धारित दर से ही ठेकेदार से रेलवे पैसा लेगा और यह मामला ठेकेदार और ऑटो चालक के बिच की बात है, ठेकेदार द्वारा यह कहा गया कि आटो चालक हर महिने का पास बनवाते हैं तो उनको 354 रूपये जमा करना होगा, जिससे इनको प्रतिदिन 11.80 पैसे के आसपास पड़ेगा, लेकिन इस पर भी आटो चालकों में सहमति नहीं बनी है। जिससे कोई ढाई सौ रुपए देने को तैयार है तो कोई पैसा देना ही नहीं चहता, जिसके चलते विवाद जहां का तहां ही रूक गया।
आटो संघ की आज फिर होगी बैठक
इस संबंध में आटो संघ के अध्यक्ष संजय बाजपेयी ने बताया कि बैठक में कोई निर्णय नहीं होने के कारण बुधवार को आटो चालकों की एक बैठक आयोजित की गई है। जिसमें इस संबंध में बात की जाएगी। इसके बाद ही आगे क्या करना है, उसकी रणनीति तैयार होगी।
सांसद से भी नहीं मिली राहत
वहीं आटो चालक इस शुल्क को लेकर सांसद गोमती साय भी मिले हैं और शुल्क को खत्म करने की मांग की है, जिससे सांसद द्वारा इनकी मांगों को लेकर रेलवे विभाग में चर्चा की थी, जिसमें यह बात सामने आया कि ठेकेदार द्वारा बकायदा आटो स्टैंड का ठेका लिया गया है, जिसके एवज में उसने पैसा जमा किया है, जिससे आटो चालकों को स्टैंड का शुल्क देना पड़ेगा।
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ठेकेदार व आटो चालक के साथ बैठक हुई है, जिसमें बताया गया कि आटो स्टेंड का ठेका हुआ है, जिससे शुल्क जमा करना पड़ेगा। ऐसे में अब यह मामला ठेकेदार व आटो चालकों का है।
डीबी गायन, सीआई, रायगढ़