रायगढ़। बहुचर्चित एक्सिस बैंक डकैती मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। घटना के बाद फरार हुये ‘शेरघाटी गैंग’ के डकैतों की पतासाजी में सीएसपी अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में बिहार, झारखंड रवाना हुई स्पेशल टीम ने बिहार के गया जिले में रेड कर गैंग के 02 डकैत- निलेश उर्फ नीतीश जादव और प्रकाश उर्फ पवन उर्फ पंकज जाधव को हथियार समेत गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया है। एसएसपी सदानंद कुमार के द्वारा गठित सीएसपी अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में स्पेशल टीम रायगढ़ से ही आरोपियों के सभी उपलब्ध जानकारियों को जुटाने में लग गयी थी जिनकी लगन और मेहनत के कारण उक्त डकैतों को गिरफ्तार करने में रायगढ़ पुलिस को सफलता मिली है।
ज्ञात हो कि ‘शेरघाटी गैंग’के इन डकैतों ने 19 सितंबर की सुबह सशस्त्र हथियारों के साथ रायगढ़ के ढिमरापुर चैक स्थित एक्सिस बैंक की मुख्य शाखा में डकैती की घटना को अंजाम दिया था जिसमें डकैत बैंक से नकद 4.19 करोड रूपये और 78 पैकेट सोने के जेवरात (वजन- 2 किलो 91 ग्राम) कुल 5.62 करोड़ रूपये लेकर अलग-अलग वाहनों से फरार हो गये थे। राज्य की सबसे बड़ी बैंक डकैती को छत्तीसगढ़ पुलिस ने चैलंज स्वरूप लिया गया। छत्तीसगढ़ पुलिस के महानिदेशक अशोक जुनेजा द्वारा तत्काल पड़ोसी राज्यों के आला अधिकारियों से संपर्क करते हुए स्थानीय पुलिस को सहायता उपलब्ध कराई तथा आईजी बिलासपुर रेंज अजय कुमार यादव और डीआईजी रामगोपाल गर्ग खुद रायगढ़ में कैंप कर केस की कमान संभालते हुये मॉनिटरिंग हेतु मौजूद रहे जिनके मार्गदर्शन में विभिन्न जिलों के साथ समन्वय बनाते हुए रायगढ़ पुलिस एतिहासिक रूप से शत प्रतिशत बरामदगी करते हुये ‘शेरघाटी गैंग’ बिहार के 05 डकैत- राकेश कुमार गुप्ता, उपेंद्र सिंह, निशांत उर्फ पंकज कुमार महतो उर्फ राजेश दास, राहुल कुमार सिंह, अमरजीत कुमार को गिरफ्तार कर आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया।
आईजी बिलासपुर अजय यादव एवं डीआईजी रायगढ़ राम गोपाल गर्ग के मार्गदर्शन पर एसएसपी रायगढ़ सदानंद कुमार स्वयं विवेचनाटीम को मॉनिटरिंग कर रहे थे, आरोपियों से की गई मैराथन पूछताछ में मिले महत्वपूर्ण इनपुट पर एसएसपी रायगढ़ द्वारा सीएसपी अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में थाना कोतवाली, चक्रधरनगर, साइबर सेल के स्टाफ की विशेष टीम गठित कर बिहार, झारखंड रवाना किया गया, जहां टीम ने टेक्निकल इनपुट और ह्यूमन इंटेलिजेंस के साथ बड़ी सूझबूझ और जान जोखिम में डालकर 02 हथियाबंद डकैत- निलेश उर्फ नीतीश जाधव और प्रकाश उर्फ पवन उर्फ पंकज जाधव को घेराबंदी कर पकडऩे में सफलता हासिल की।
डकैत मोबाइल का नहीं करते थे इस्तेमाल
शेरघाटी गैंग के सभी डकैत मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते थे जिससे इन्हें लोकेट करना और भी कठिन चुनौती के रूप में सामने आ रहा था। सीएसपी अभिनव ने रायगढ़ से ही अपनी स्पेशल टीम को अलग-अलग टास्क देकर आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाने हेतु विभक्त किया गया था जिसमें आरोपियों द्वारा किये गये मूव्हमेंट का सीसीटीवी फुटेज खंगालने से लेकर गिरफ्तार आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ कर फरार आरोपियों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना शामिल था।
आरोपियों को पकडऩे तीन टीम थी तैनात
पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ पर आरोपियों के जिस मित्र के द्वारा कमरा दिलाया गया था उसे बुलाकर पूछताछ किया गया जिसमें फरार आरोपी निलेश उर्फ नीतीश के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपी निलेश उर्फ नीतीश अपने ठिकाने से आज रात्रि रांची से बाराचट्टी बस पकड़ कर बस स्टैण्ड आने वाला है , इस जानकारी पर तत्काल सीएसपी अभिनव अपनी टीम को लेकर टाटानगर जमशेदपुर से बाराचट्टी, गया (बिहार) हेतु रवाना हुये। आरोपियों को पकडऩे में किसी प्रकार की चूक ना हो इस बात को ध्यान में रखते हुये सीएसपी अभिनव ने टीम को ब्रीफ कर तीन भाग में विभक्त किया जिसमें पहली टीम में हेम प्रकाश सोन, प्रशांत पंडा, नवीन शुक्ला एव उत्तम सारथी को पास के ही टोल प्लाजा में रूक कर आरोपी के बस की पहचान और पीछा कर बस स्टैंड तक आने का कार्य दिया गया। दूसरी टीम में पुष्पेन्द्र जाटवर, डेहरू उरांव को आरोपी के मित्र के साथ बस स्टैंड में स्थित पान ठेला (जहां आरोपी ने अपने मित्र को मिलने का समय दिया था) के पास रूक कर आरोपी के कॉल आने का इंतजार करने कहा गया। तीसरी टीम में स्वयं सीएसपी अभिनव उपाध्याय, एएसआई इगेश्वर यादव और आरक्षक तारीक अनवर हथियार से लैस होकर हिटिंग टीम के रूप में बस के रूकने के संभावित स्थान पर छिपकर इंतजार करने लगे।
बस स्टैंड में पकड़ाया निलेश
पहली टीम ने टोल नाके के पास एक बस को चिन्हाकित कर आरोपी की बस के रूप में पहचान कर समय का मिलान करते हुये स्पेशल टीम को सूचित कर अलर्ट किया गया एवं वह टीम उक्त बस का पीछा करने लगी। जैसे ही बस स्टैंड पर बस रूकी आरोपी निलेश उर्फ नीतीश जाधव बस से उतर कर निर्धारित गंतव्य स्थान पान ठेले की ओर जाने लगा। चूंकि गहन पूछताछ के दौरान आरोपी निलेश की फोटो स्पेशल टीम को मिल चुकी थी, अतरू सीएसपी अभिनव द्वारा आरोपी निलेश को देखते ही पहचान लिया गया और एएसआई इगेश्वर यादव के साथ पीछे से जाकर आरोपी निलेश उर्फ नीतीश जाधव को पकडऩे में सफलता हासिल की । सभी टीमें बस स्टैंड पर पहुंच की थी। आरोपी के मित्र द्वारा आरोपी निलेश की पहचान की पुष्टि की गई।
पुलिस ने भेष बदलकर आरोपी पवन को धर दबोचा
गिरफ्तार आरोपी निलेश से अन्य फरार आरोपियों के संबंध में पूछताछ की गई, उसके द्वारा सिर्फ एक फरार आरोपी पवन उर्फ पंकज जाधव की जानकारी होना बताया। आरोपी निलेश ने यह भी बताया कि पवन के द्वारा गिरफ्तारी से बचने हेतु कोई मोबाइल का उपयोग नहीं किया जा रहा है और फरार आरोपी पवन के सूर्यमंडल चैक, बाराचट्टी में मिलने की संभावना जताई जिस पर सीएसपी अभिनव और प्रशांत पंडा भेष बदलकर खलासी के रूप सूर्यमंडल चैंक के आसपास रेकी करने गये। इस दौरान आरक्षक प्रशांत पंडा को सूर्यमंडल चैक पर स्थित एक दुकान में आरोपी पवन दिखा। टीम को बुलाने का समय नहीं होने की वजह और आरोपी के फरार होने की संभावना को देखते हुये सीएसपी अभिनव और आरक्षक प्रशांत पंडा द्वारा स्वयं दुकान के अंदर घुसकर आरोपी पवन उर्फ प्रकाश जाधव को धर दबोचा गया। तत्काल पूरी टीम को बैकअप हेतु बुलाया गया एवं आरोपियों की विधिवत गिरफ्तारी कर स्पेशल टीम स्थानीय थाना को सूचना देकर रायगढ़ हेतु रवाना हुई। पूरे मिशन में एसएसपी सदानंद कुमार के द्वारा संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक से समन्वय स्थापित कर अपनी स्पेशल टीम को स्थानीय थानों का पूर्ण सहयोग मुहैया कराया गया और लगातार दिन-रात स्पेशल टीम लीडर सीएसपी अभिनव के संपर्क में रहकर आरोपियों के गिरफ्तार करने हेतु बिहार के अपने स्थानीय संपर्क सूत्रों से हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई गई।
छिपने के लिये ले रखा था मकान किराये में
टेक्निकल इनपुट की कमी होने के बावजूद भी स्पेशल टीम एसएसपी सदानंद कुमार से परमीशन लेकर दिगर राज्य आरोपियों की पतासाजी हेतु रवाना हुई। पूछताछ के दौरान स्पेशल टीम को पता चला था कि फरार आरोपियों के द्वारा टाटानगर (झारखंड) में विगत तीन माह से एक कमरा किराये में लिया गया था जिसे वे बिहार और छत्तीसगढ़ के बीच छिपने के ठिकाने के रूप में इस्तेमाल करते थे। स्पेशल टीम द्वारा बड़ी मशक्कत के पश्चात सबसे पहले टाटानगर के कमरे की पहचान की गई और वहां रेड किया गया लेकिन वह कमरा बंद मिला।
——————
एक्सिस बैंक डकैतीकांड के दो और आरोपी गिरफ्तार
शेरघाटी के कुख्यात डकैतों को मांद में घुसकर पुलिस ने पकड़ा, एक्सिस बैंक डकैती मामले में पुलिस को मिली एक और बड़ी सफलता
