धरमजयगढ़। छत्तीसगढ़ बंग समावीज कल्याण समिति द्वारा बंग समुदाय के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तल्ख लहजे में चेतावनी दी है। प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से धरमजयगढ़ बंग समाज ने बताया है कि बीते 21 जून को जिला कांकेर में के एल उसेंडी के द्वारा छत्तीसगढ़ में निवासरत बंगाली समाज के लिए कथित तौर पर अपराधिक अर्थात क्रिमिनल शब्द का प्रयोग किया। इसी तारतम्य में प्रदेश का बंग समाज अपने आप को घोर अपमानित महसूस कर रहा है। विज्ञप्ति जारी कर कहा गया है कि आज 70 वर्षों से बंग समाज छत्तीसगढ़ के विकास में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। इसी तरह समाज के लोग छत्तीसगढ़ के उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक निवासरत आपस में अपने संस्कृति, कला, का समन्वय कर एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ बंग समुदाय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि इस तरह से एक व्यक्ति द्वारा बयान बाजी करना आपसी सदभावना खराब किया जा रहा है। समाज ने कहा है कि ऐसा करके द्वेष फैलाया जा रहा है। यदि इस तरह की बयान बाजी आगे भी होती है तो आपस का मेल मिलाप व संबंध निश्चित तौर पर विपरीत रूप से प्रभावित होगा। इस संबंध में छत्तीसगढ़ बंग समाज कल्याण समिति इनके वाक्य की निंदा करता है। साथ ही इन्हें बंग समाज से माफी मांगने व अपनी वाक्य को वापस लेने का एवं भविष्य में इस तरह के अनर्गल बयान बाजी न करने की हिदायत भी देती है। छत्तीसगढ़ बंग समाज ने चेतावनी देते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ की शांत फिजा में अशांति का आमंत्रण ना दें। उन्होंने कहा कि के. एल. उसेंडी से उम्मीद करते हैं कि वे सी. ए.ए.कानून 2024 का अध्ययन करें।
आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बंग समाज की सख्त हिदायत
