रायगढ़। जिले के ग्रामीण अंचल में फिर एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति से घर घुसकर पहले मारपीट की गई। पीडि़त ने जब थाने में आरोपियों के खिलाफ थ्प्त् कराया तो उन्हें धमकियां मिलने लगी लिहाजा पुलिस को गांव में रात को गस्त करवाना पड़ रहा है लेकिन दबंगों ने पीडि़त और मारपीट के गवाहों को सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया है। इस मामले की शिकायत एसपी रायगढ़ से की गई है।
मामला जिले के पुसौर थाने का है जहां ठाकुरपाली गांव के भगालू चौहान ने शुक्रवार को एसपी रायगढ़ से शिकायत की है कि उसके गांवों के ही दिलीप प्रधान के साथ उसके बेटे महेश चौहान का विवाद हो गया। इसके बाद विवाद को मुद्दा बनाते हुए उसके गांव के ही चिराग प्रधान, पूरन प्रधान, प्रशांत प्रधान, शिवकुमार प्रधान आदि उसके घर में रात 10.30 बजे उसके घर में घुस गए और उनके परिवार की महिलाओं, पुरुषों के साथ मारपीट की और उसके घर के समान को भी तोडऩा फेंकना शुरू कर दिया। इसका वीडियो भी पीडि़तों ने एसपी रायगढ़ को देते हुए कहा कि इस मामले में जब उसने पुसौर रहें में एफआईआर दर्ज करवाई । इसके बाद पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस का रात्रि गश्त करवाना शुरू कर दिया।
इसके बाद आरोपियों ने इसे जातिगत अहंकार का मुद्दा बनाते हुए गांव में बैठक करवाई और न सिर्फ पीडि़त के परिवार बल्कि इस घटना के गवाहों का भी सामाजिक बहिष्कार का ऐलान कर दिया। पीडि़त ने एसपी रायगढ़ से शिकायत करते हुए यह भी कहा कि यह दबंग जाति के लोग हैं और उनका गांव में प्रभुत्व है इसलिए गांव के लोगों को बरगलाकर पंचायत के निर्णय ले लेते हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों की ओर से यह धमकी भी दी जा रही है कि पुलिस के रात्रि गश्त हटने के बाद तुमलोगों को दिखा दूंगा, औकात में ला दूंगा।
पुलिस से गुहार लगाते हुए पीडि़त ने कहा है कि पुलिस ने अबतक आरोपियों के विरुद्ध अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा है कि हम लोग डरे हुए हैं ऐसे में आरोपियों पर उचित कार्रवाई की जाए। उन्होंने मामले की जांच डीएसपी लेवल के अधिकारी से करने की मांग की है।
इस मामले में जब हमारे संवाददाता ने पुसौर के टीआई रामकिंकर यादव से बात की तो उन्होंने बहिष्कार संबंधी शिकायत की जानकारी से ही इनकार किया। उन्होंने कहा कि यदि मामले की शिकायत एसपी रायगढ़ से की गई है तो उनके निर्देशों का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है और मामला जांच में है।
फिर जाति के नाम पर घर में घुसकर मारपीट
एफआईआर के बाद पीडि़त व गवाहों का सामाजिक बहिष्कार, एसपी से मामले की शिकायत, लगाई न्याय की गुहार
