रायपुर। कांग्रेस के हालिया बयानों और फैसलों को लेकर भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। आज उन्होंने अपने निवास कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कांग्रेस की जातिगत जनगणना की मांग को राजनीतिक बयानबाजी करार दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस कई बार सत्ता में रही, तब जनगणना क्यों नहीं करवाई? चंद्राकर ने रायपुर नगर निगम के पांच पार्षदों के इस्तीफे पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कांग्रेस में हर रोज उठक-बैठक चल रही है, पर यह कोई नहीं जानता कि निर्णय कौन ले रहा है। पार्टी में नेतृत्व का अभाव है। वक्फ संशोधन बिल को लेकर भाजपा द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान पर उन्होंने कहा कि सांसद सह पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह की अगुवाई में बैठक और सेमिनार आयोजित किए जा रहे हैं ताकि लोगों के बीच जो भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, उन्हें दूर किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि इससे गरीब मुस्लिमों को लाभ होगा।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को शहीद का दर्जा देने की राहुल गांधी की अपील पर चंद्राकर ने पलटवार करते हुए कहा, शहीद का दर्जा देने से समस्या हल नहीं होगी, बल्कि जिम्मेदारों को सबक सिखाना जरूरी है। मोदी सरकार ने सेना को फ्री हैंड दिया है और पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं के पास कोई ठोस समाधान नहीं है। कांग्रेस के निष्कासित नेताओं की घर वापसी पर चंद्राकर ने कहा, कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में अब कांग्रेस पार्टी बची ही कहां है? कौन नेता है और कौन निर्णय ले रहा है- यह एक यक्ष प्रश्न बन गया है। आज अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर कांग्रेस द्वारा मनाए जा रहे ‘बोरे बासी दिवस’ को लेकर भी चंद्राकर ने तंज कसा। उन्होंने इसे ‘राजनीतिक स्टंट’ करार देते हुए पूछा कि इस आयोजन पर कितना खर्च हुआ और यह किस मद से खर्च किया गया – इसका सार्वजनिक रूप से खुलासा होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को इतिहास की जानकारी नहीं है और उसने हमेशा भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है।
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने जातिगत जनगणना पर कांग्रेस को घेरा
नगर निगम पार्षदों के इस्तीफे पर कसा तंज, बोरे बासी दिवस को बताया पॉलीटिकल स्टंट
