रायपुर। जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में रायपुर के कारोबारी दिनेश मिरानिया की मौत हो गई। मिरानिया परिवार मूल रूप से ओडिशा के बलांगीर जिले के लाठौर के निवासी है। इस घटना के बाद ओडिसा के डिप्टी सीएम और सांसद ने दिनेश की पत्नी नेहा मिरानिया से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत के दौरान नेहा भावुक दिखाई दीं। उन्होंने डिप्टी सीएम से कहा कि, दोबारा ऐसी घटनाएं न हो इसके लिए सरकार पुख्ता इंतजाम करें। अगर वहां सुरक्षा के इंतजाम होते तो दिनेश हमारे साथ होते। नेताओं ने भी परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
दरअसल, स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया का पूरा परिवार कारोबार की वजह से कई सालों पहले रायपुर आकर बस गया था। हालांकि ओडिशा में आज भी उनके पारिवारिक और व्यापारिक संबंध है। जिस वजह से ओडिशा के डिप्टी सीएम कनक वर्धन सिंह देव और बलांगीर सांसद संगीता देव ने फोन पर परिजनों से बात की। बातचीत के दौरान दिनेश की पत्नी नेहा ने कहा कि सुरक्षा में चूक होने की वजह से यह घटना हुई है। उन्होंने कहा कि वहां पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम होते तो आज दिनेश हमारे बीच रहते। सरकार को टूरिस्ट इलाकों पर सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम करना चाहिए। जिससे कि कोई परिवार दोबारा न बिखरे। आतंकवादी किसी और को शिकार न बनाएं। नेहा ने ओडिशा के डिप्टी सीएम का आभार जताते हुए कहा कि उनके बच्चों को सुरक्षित तरीके से घर वापस लाया गया। इसके अलावा इस कठिन समय में सरकार ने परिवार का साथ दिया। इसके लिए उन्होंने धन्यवाद दिया। इस बातचीत के बाद ओडिशा के दोनों नेताओं ने रायपुर दौरे में आकर परिवार से मुलाकात करने की बात कही। साथ ही सरकार की तरफ से आगे भी हर संभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के सामने परिवार के दर्द को रखने की बात कही। दिनेश अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ के साथ वैष्णो देवी यात्रा और जम्मू कश्मीर घूमने गए हुए थे। घटना के दिन वह पहलगाम में थे। इस दौरान आतंकवादियों ने उनके कनपटी पर गोली मार दी थी। इस घटना में दिनेश की बेटी लक्षिता बाल-बाल बची थी। इंडियन आर्मी ने बेटी को सुरक्षा घेरे में ले लिया था। इस घटना के बाद गुरुवार को दिनेश का शव रायपुर लाया गया। जहां रायपुर पुलिस और जिला प्रशासन के सहयोग से पूरे सम्मानजनक तरीके से दिनेश का अंतिम संस्कार किया गया। दिनेश का निवास रायपुर के समता कॉलोनी में स्थित है। वह सामाजिक रूप से भी एक्टिव व्यक्ति थे।
दिनेश की पत्नी बोलीं- सुरक्षा होती तो वो हमारे बीच होते
भावुक होकर कहा-दोबारा कोई परिवार ना बिखरे
