रायगढ़। राजधानी में सेमीकंडक्टर चिप फैक्ट्री के भूमि पूजन के दौरान विधायक रायगढ़ वित्त मंत्री ओपी ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा छत्तीसगढ़ अभी तक स्टील, सीमेंट और पावर हब के लिए जाना जाता था। लेकिन सेमीकंडक्टर चिप फैक्ट्री के भूमिपूजन का यह पल छत्तीसगढ़ वासियों के लिए गर्व करने का पल है इस फैक्ट्री में उत्पादन शुरू होने के बाद विकास की नई संभावनाएं के द्वार खुलेंगे। 2030 तक 10 अरब चीप निर्माण के लक्ष्य की जानकारी देते हुए विधायक रायगढ़ ने कहा देश की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर चिप कंपनी छत्तीसगढ़ में शुरू होने वाली फैक्ट्री में दस हजार करोड़ निवेश करने जा रही है। रायपुर में स्थापित होने वाले चिप फैक्ट्री से प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में न केवल छत्तीसगढ़ का नाम होगा, बल्कि इससे राज्य में अन्य वृहद उद्योगों के लिए भी नए रास्ते खुलेंगे। छत्तीसगढ़ के हित की दृष्टिगत रखते हुए उद्योग विभाग ने एनआरडीए के जरिये सिर्फ 45 दिन से कम वक्त में विधिवत निविदा की प्रक्रिया पूरी कर जमीन का आबंटन भी कर दिया। साथ ही 25 दिन के अंदर ही लीज और डीड रजिस्ट्रेशन कर दिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 11 अप्रैल को नया रायपुर के सेक्टर-5 में चिप फैक्ट्री की आधारशिला रखी। देश की पहली सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी पॉलीमैटेक इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने छत्तीसगढ़ में एक ऐतिहासिक कदम उठाने का निर्णय लिया है। कंपनी ने राज्य में सेमीकंडक्टर चिप्स और एडवांस्ड पैकेजिंग यूनिट बनाने का प्लान तैयार किया है, जिसमें अगले 5 सालों में 1143 करोड़ रुपये का भारी-भरकम निवेश होगा। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ छत्तीसगढ़ को तकनीकी नक्शे पर लाएगा, बल्कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के सुनहरे अवसर भी मुहैया कराएगा। पॉलीमैटेक इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी ने पहली सेमीकंडक्टर चिप फैक्ट्री की आधार शिला तमिलानाडू में रखी थी अब अपनी दूसरी फैक्ट्री की नींव रायपुर में रखी जा रही है। वर्ष 2030 तक प्रति वर्ष 10 अरब चिप्स बनाने वाली कंपनी टेलीकॉम, मोबाइल (6जी और 7जी तकनीक), लैपटॉप, डेटा ट्रांसमिशन, डेटा एनालिसिस और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे बड़े क्षेत्रों में उपयोग में आएगी।
इस कदम से केंद्र सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन को नई ऊर्जा मिल सकेगी। साथ ही, आत्म निर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम होगा। विदेशों से आयात होने वाले चिप्स पर निर्भरता कम होगी। 1,50,000 वर्ग फीट में निर्मित होने वाली इस फैक्ट्री में आधुनिक सुविधाएं क्लीन रूम, क्र॥-कंट्रोल्ड एनवायरनमेंट, एयर कंडीशनिंग, 100्र पावर बैकअप और एक पूरी तरह काम करने वाला बैक ऑफिस होगा। ये सभी चीजें इसे विश्वस्तरीय बनाएंगी और तकनीक के मामले में छत्तीसगढ़ को गर्व का मौका देंगी।
छत्तीसगढ़ और भारत के लिए बड़ा मौका
1143 करोड़ रुपये का निवेश छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और राज्य को तकनीकी हब के रूप में स्थापित करेगा। पॉलीमैटेक का यह प्रोजेक्ट भारत को सेमीकंडक्टर चिप्स के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही, यहाँ बनने वाली चिप्स देश की डिजिटल क्रांति को और तेज करेंगी। 11 अप्रैल को सेमीकंडक्टर चिप फैक्ट्री का भूमिपूजन मुख्यमंत्री विष्णुदेव के कर कमलों से हुआ इस दौरान उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन और आवास पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी मौजूदगी रही।
देश की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर चिप फैक्ट्री में 1143 करोड़ का निवेश से टेक्नॉलाजी में छत्तीसगढ़ का बजेगा डंका : ओपी चौधरी
