सारंगढ़-बिलाईगढ। राज्यपाल रमेन डेका के सारंगढ़ प्रवास पर कलेक्ट्रेट सारंगढ़ में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कलेक्टर धर्मेश साहू, एसपी पुष्कर शर्मा सहित जिले के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। राज्यपाल ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ में समाज को शामिल नहीं करते हैं। जैसे वृक्षारोपण में समाज का बहुत बड़ा योगदान हो सकता है। उन्होंने कहा कि वह बस्तर, बालोद, बलौदा बाजार सुकमा जैसे जिलों का दौरा किए हैं, जहां सुकमा में जाने पर वहां के स्थानीय लोग किस कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं उन सब की जानकारी हुई। वहां के स्थानीय नागरिकों ने कहा कि आज तक कोई राज्यपाल सुकमा में नहीं आया है।
श्रम विभाग की ओर से किए जा रहे योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन के संबंध में राज्यपाल ने पूछा कि फैक्ट्री, खेत और अन्य क्षेत्र में काम कर रहे श्रमिक के बच्चों के लिए क्या किया जा रहा है।
आत्महत्या को रोकने के लिए जागरूकता और मनोविकास
राज्यपाल ने 11वीं और 12वीं कक्षा के और बहुत सारे आश्रम छात्रावास में रहने वाले बच्चों के मनोवैज्ञानिक की जांच करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आजकल आत्महत्या जैसे कई समाचार देखने सुनने को मिलता है। स्कूल कॉलेज आश्रम आदि के बच्चों में सुसाइड से बचने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाए। सभी संबंधित विभाग, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास, स्वास्थ्य विभाग सभी बच्चों का हेल्थ चेकअप कराएं। बच्चों का मनोविकास करें, उनकी जानकारी लें। यदि वे सुसाइड करने की कोशिश या अपने जीवन से दुखी है तो उसे मनोवैज्ञानिक ढंग से जीवन के प्रति उत्साह, रुचि जगाने जैसे कार्यक्रम में शामिल करें।
युवाओं को प्लंबर इलेक्ट्रीशियन जैसे रोजगार का प्रशिक्षण दें
राज्यपाल ने कहा कि यदि कोई बच्चा 10वीं, 11वी, 12वीं जैसे कक्षाओं में फेल हो जाता है तो उसे कौशल विकास के तहत प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन जैसे काम सीखना राज्य शासन और जिला प्रशासन का दायित्व है। बच्चों को यह शिक्षा दें कि हर कोई बड़े पद में शिक्षित होने के बावजूद नियुक्त नहीं हो पाते हैं। इसलिए अपने से अपने रुचि के अनुसार प्लंबर इलेक्ट्रीशियन ड्राइवर दर्जी आदि क्षेत्र में प्रशिक्षण लेकर काम करें। आज सभी क्षेत्रों में चाहे वह घरेलू या किसी फैक्ट्री में भी प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन आदि के रोजगार के अवसर हैं।
हेलमेट पहनने की आदत के लिए कैंप
राज्यपाल ने एसपी से सुसाइड की संख्या और ट्रैफिक के संबंध में जानकारी पूछा। राज्यपाल ने कहा कि आप नागरिकों में हेलमेट पहनने की आदत को बनाने के लिए उनको यातायात जागरूकता का कैंप शिविर कराएं। गांव और शहर वालों को दो-तीन दिन चेक पोस्ट बनाकर उनकी गाड़ी को जमा करें और दो-तीन दिन में उन्हें गाड़ी के कागजात लाने के लिए तथा ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए समय दें। राज्यपाल ने कहा कि बच्चों में तेज (रश) ड्राइविंग को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें, ताकि तेज ड्राइविंग से बच्चों एवं अन्य नागरिकों की मृत्यु ना हो।
देश की प्रगति में मन लगाकर काम करें
राज्यपाल ने कहा कि मैं ग्राउंड लेवल का मैदानी आदमी हूं। मुझे देश के बारे में जानकारी है। राज्यपाल ने देश के उन्नति और विकास के लिए कहा कि हमारा देश गरीब देश नहीं है। इसमें प्रत्येक नागरिक का योगदान की जरूरत है। सभी को अपने काम में मन लगाकर काम करने से, उद्योग, कृषि एवं अन्य क्षेत्र की प्रगति से हमारा देश निरंतर आगे बढ़ेगा। सरकार की ओर से कई प्रकार के योजनाओं से जोडक़र हम, समाज, जिला, राज्य और देश की उन्नति कर सकते हैं। जैसे किसी बंजर जमीन पर मनरेगा या अन्य किसी योजना से तालाब गहरी कर वहां रोजगार के अवसर मछली पालन आदि कर सकते हैं।
एनसीसी और रेडक्रॉस
राज्यपाल ने एनसीसी में स्कूली और कॉलेज के बच्चों की भागीदारी और उसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एनसीसी से बच्चा अनुशासन सीखता है जो नियमित रूप से उसके जीवन में शामिल हो जाता है। इससे वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होता है। उन्होंने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि मैं एनसीसी में रहा हूं और वह बचपन के दिन मुझे आज भी याद है। अनुशासन और नियमित जीवन दिनचर्या को देखकर दूसरे लोग भी अनुशासन सीखते हैं। राज्यपाल ने वृद्ध आश्रम के संबंध में कहा कि आप सभी अधिकारी और रेडक्रॉस की समिति के सदस्य कितनी बार वृद्ध आश्रम गए हैं। आप सभी लोग वृद्ध आश्रम में रह रहे बुजुर्ग को समाज से जोडऩे के लिए वहां दौरा करें और समाज के उदार, समाजसेवी नागरिकों को वृद्ध आश्रम में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें। रायपुर में संचालित अपना घर बुजुर्गों के लिए सेवा का एक अच्छा उदाहरण है।
समाज कल्याण के कार्य
राज्यपाल ने भिखारी के जीवन यापन के व्यवस्था के लिए कहा कि उनकी इस प्रकार की व्यवस्था की जाए कि वह रास्ते में भीख नहीं मांगे। पागल या मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है, उन्हें शासकीय मानसिक चिकित्सालय बिलासपुर भेजने की व्यवस्था की जाए। राज्यपाल ने जिला पंचायत सीईओ को कहा कि, बहुत सारे अज्ञात लोग लोगों की भलाई के लिए अच्छा काम कर रहे हैं, वे किसी को प्रशिक्षण दे रहे हैं या सेवा दे रहे हैं उन अज्ञात नागरिकों को मीडिया में जानकारी दें।
देश की प्रगति में समाज की सहभागिता जरूरी : राज्यपाल
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