रायगढ़। मुड़ागांव के ग्रामीणों ने तमनार थाने पर गंभीर आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने 1 अप्रैल को एक अवैध कटाई के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन इसके बावजूद उन्हें अब तक उनकी पहली सूचना प्रतिवेदन (एफआईआर) पर कोई जाँच या कार्यवाही नहीं हुई है। इस मामले को लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी देखी जा रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने तमनार थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने अवैध कटाई की घटना की जानकारी दी थी। शिकायत के बाद भी उन्हें मौका मुआयना जांच के लिए कोई अवसर नहीं दिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी इस मामले में लापरवाही बरत रहे हैं और बाद में कंपनी के दबाव में पुलिस कार्रवाई को विफल कर रहे हैं।
इस संबंध में आज पुलिस अधीक्षक, रायगढ़ को एक आवेदन भी दिया गया है, जिसमें ग्रामीणों ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ तत्काल गिरफ्तारी की जाए और उन्हें उनकी शिकायत की कॉपी उपलब्ध कराई जाए। आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया है कि यह मामला पांचवीं अनुसूची के अंतर्गत आता है, जहां पेसा कानून लागू है। यहाँ ग्राम सभा की अनुमति ऐसे मामलों में अनिवार्य होती है।
आवेदन समस्त ग्रामवासी मुडग़ांव की ओर से दिया गया है और इस पर सरपंच और ग्रामीणों का हस्ताक्षर भी मौजूद है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आगे की कानूनी और सामूहिक कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे। यह घटना क्षेत्र में प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है और ग्रामीणों के बीच असंतोष को बढ़ा रही है।
मुड़ागांव के ग्रामवासियो के शिकायत के बावजूद नहीं हुई कोई कार्यवाई
