घरघोड़ा। नगर पंचायत घरघोड़ा के नवनयुक्त निर्वाचित निर्दलीय अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी द्वारा गठित प्रेसिडेंट इन काउंसिल बनते ही विवादों में आ गयी जब उनके द्वारा बिना सहमति लिये बीजेपी की वार्ड 08 से निर्वाचित पार्षद राजकुमारी डनसेना को प्रेसिडेंट इन काउंसिल (पीआईसी) में शामिल कर लिया था अध्यक्ष द्वारा गठित पीआईसी से घरघोड़ा की राजनीति में हडक़ंप मच गयी कि निर्दलीय अध्यक्ष द्वारा बीजेपी से निर्वाचित पार्षद को अपने किचन केबिनेट में शामिल कर लिया जैसे ही विभाग से पत्र जारी हुआ भाजपा की वार्ड 08 की पार्षद ने तत्काल पीआईसी से अपना स्तीफा नप अधिकारी को देते हुये अपने पत्र स्पष्ठ उल्लेखित किया कि अध्यक्ष नप द्वारा उनकी बिना सहमति के किस आधार पर उन्हें पीआईसी में शामिल किया है तत्काल वह पीआईसी सदस्य से स्तीफा देती है उनके स्तीफा देने से अब अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी को जहां पुन: पीआईसी का गठन करना होगा वही अब मामला विवादों में घिरता नजर आ रहा है।
उपाध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस का साथ पीआईसी में बीजेपी पार्षद को लेना बना चर्चा का विषय
राजनैतिक सूत्र बताते है कि घरघोड़ा नप अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने उपाध्यक्ष चुनाव में खुलकर कांग्रेस का साथ दिया था वही उनकी कूटनीति से 2 बीजेपी पार्षदो का वोट भी कांग्रेस की झोली में आयी जिसके परिणाम स्वरूप बीजेपी को बहुमत के बाद भी मात खानी पड़ी थी इधर पीआईसी में इनके द्वारा बीजेपी की पार्षद को शामिल कर घरघोड़ा में राजनीतिक उथल पुथल मचा दिया था राजनेतिक पंडित भी नप अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी के इस निर्णय को समझ नही पा रहे है वही बीजेपी बेक फुट पर चली गयी थी आनन फानन पार्टी के नेता सक्रिय होकर बीजेपी पार्षद का स्तीफा दिलवाया गया अब देखना होगा कि पीआईसी का कोरम पूरा करने नप अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी क्या नया कदम उठाते है ।
बिना सहमति के बना दिया बीजेपी पार्षद को पीआईसी सदस्य, पार्षद ने दिया स्तीफा
