रायगढ़। ज्ञान, बुद्धि और सौभाग्य के प्रतीक भगवान श्री गणेश का जन्मोत्सव भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि पर मनाया जाता है। जिससे मंगलवार को विधिवत श्रद्धालुओं द्वारा घर-घर में पूजा-अर्चना कर विघ्नहर्ता श्री गणेश जी को विराजमान किया गया। इस दौरान गणपति बप्पा मोरिया जयघोष के साथ श्री गजानन जी को स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू किया गया।
उल्लेखनीय हो कि इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर मंगलवार से शुरू हुआ है। जिससे भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा घर-घर में स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू किया गया है। जो पूरे 10 दिनों तक चलेगा। मान्यता है कि गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक भगवान श्रीगणेश अपने भक्तों के साथ रहते हैं। ऐसे में कहा जाता है कि इन दस दिनों में भगवान गणपति जी की जो भक्त सच्चे मन से पूजा-अर्चना करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। साथ ही श्री गणेश जी अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का वरदान भी देते हैं। जिसको लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखा जाता है। साथ ही इसको लेकर विगत सप्ताहभर से तैयारी चल रही थी। साथ ही इस बार मूर्तिकार भी लोगों के मांग के अनुसार हर साइज की प्रतिमा तैयार कर बाजार में लाए थे, जिसकी जमकर बिक्री हुई है। साथ ही मूर्तिकारों का कहना था कि लागत काफी बढ़ गया है, जिससे प्रतिमाओं का रेट बढ़ा हुआ है। साथ ही इस बार बाजार में कच्ची मिट्टी की मूर्तियां आई है, जिसको लोग अपने हैसियत के अनुसार खरीदी किया है।
प्रतिमाओं की अच्छी-खासी हुई बिक्री
बाजार में गणेश जी की प्रतिमा सप्ताहभर पहले से ही आ गई थी, लेकिन लोग पैसा जमा कर मूर्तिकार के पास ही छोड़ दिए थे, जिससे सोमवार शाम से लेकर मंगलवार दोपहर तक लोग प्रतिमाओं को अपने घर ले गए और पूजा-पाठ के सामानों के खरीदी के लिए निकल पड़े थे, इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा पूजा-पाठ के सामान व प्रतिमाओं के लिए नटवर स्कूल मैदान में दर्जनों दुकानें लगी थी, जहां मंगलवार को पूरे दिन लोगों ने खरीदी की है। वहीं मूर्तिकारों का कहना था कि इस बार अच्छी-खासी बिक्री हुई है।
बच्चों में दिखा उत्साह
गणेश पूजा को लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखा गया, वहीं इस बार घर-घर में श्रीगणेश जी को स्थापित किया गया है। जो देर शाम तक घरों से पूजा-पाठ व शंख की आवाज आती रही, साथ ही गणपति बप्पा के नारे भी गूंजते रहे। इस संबंध में लोगों का कहना था कि कुछ लोग तीन दिन तो कुछ लोग पांच दिनों में पूजा समाप्त करेंगे, लेकिन कई लोग पूरे 10 दिनों तक गणपति जी की अराधना करेंगे।
गणपति बप्पा मोरया के जयघोष से गंूंजायमान हुआ अंचल
घर-घर में शुरू हुआ विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की अराधना गणपति बप्पा को घर लाने बच्चों में रहा विशेष उत्साह
