रायगढ़। भूपदेवपुर-राबर्टशन स्टेशन के बीच करीब 09.03 किमी चौथी लाइन के निर्माण के बाद विद्युतिकरण व इंटरलाइकिंग सहित अन्य सुविधाओं की जांच के लिए रेलवे सेफ्टी सहित अन्य अधिकारियों की टीम पहुंची थी, इस दौरान इस लाइन पर हाई स्पीड ट्रायल किया गया है। जिससे अब बहुत जल्द इस लाइन से मालगाड़ी व यात्रियों को चलने की अनुमति मिल जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बिलासपुर मंडल में नई रेल लाइन, दोहरी लाइन, तीसरी लाइन व चौथी लाइन का कार्य व्यापक स्तर पर चल रहा है। जिससे बिलासपुर मंडल के अंतर्गत बिलासपुर-झारसुगुड़ा स्टेशनों के बीच 206 किमी विद्युतीकृत चौथीलाइन का निर्माण कार्य चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है। इसके अंतर्गत भूपदेवपुर-राबर्टसन स्टेशनों के मध्य 09.03 किमी विद्युतीकृत नई चौथी लाइन के निर्माण उपरांत इंटरलाकिंग सहित सम्पूर्ण कार्य पूरा होने के बाद गुरुवार को एसई सर्कल के आयुक्त, रेलवे सेफ्टी बी.के.मिश्रा द्वारा इस नई चौथी लाइन का निरीक्षण किया गया। इस दौरान यह निरीक्षण भूपदेवपुर स्टेशन से शुरू हुई थी, जिससे सुरक्षा आयुक्त द्वारा सबसे पहले स्टेशन के केबिन पैनल रूम तथा यार्ड का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों से चर्चा किया, इसके बाद उन्होने निरीक्षण टीम के साथ इस चौथी नई लाइन का भूपदेवपुर से राबर्टसन स्टेशन तक मोटर ट्राली से निरीक्षण किया। साथ ही इस दौरान इंटरलाकिंग, क्रासिंग, पाइंट, ओएचई लाइन, ब्रिज, सिग्नलिंग उपकरण के साथ ही साथ परिचालन एवं संरक्षा से जुडे सभी पहलुओं का गहनता से निरीक्षण करते हुए अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये।
इसके बाद राबर्टसन स्टेशन से भूपदेवपुर स्टेशन तक आब्जर्वेशन कार से स्पीड ट्रायल किया गया। जिसमें सुरक्षा के लिहाज से सब कुछ सही पाया गयाहै। ऐसे में अधिकारियों का कहना था कि अब आयुक्त, रेलवे सेफ्टी से अनुमति मिलने के बाद इस नई चौथी लाइन पर निर्बाध रूप से सवारी एवं मालगाडियों का परिचालन प्रारम्भ किया जाएगा, जिससे चल लेट-लतीफ चल रही ट्रेनों की समस्या दूर हो जाएगी।
अब चौथी लाइन से दौड़ेगी यात्री गाड़ी
इस संबंध में रेलवे के अधिकारियों के अनुसार बिलासपुर से भूपदेवपुर तक चौथी लाइन का कार्य पूर्ण होने के साथ ट्रायल भी पूरा हो गया है। जिससे गुरुवार को हुए जांच के बाद अब सेफ्टी विभाग से अनुमति मिलते ही सवारी गाडिय़ों का परिचालन किया जाएगा, वहीं बताया जा रहा है ज्यादा से ज्यादा 10 से 15 दिन में इसकी अनुमति मिलने की संभावना है, जिसके बाद ट्रेनों के लेट-लतीफी से निजात मिल जाएगी। वहीं बताया जा रहा है कि कोतरलिया से रायगढ़ तक भी चौथी लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है, इसके पूरा होते हुए बिलासपुर से झारसुगुड़ा तक निर्वाध रूप से परिचालन होगा।
शाम तक चला निरीक्षण
चौथी लाइन की जांच के लिए अधिकारियों की टीम गुरुवार को सुबह 4 बजे से ही रायगढ़ पहुंच गई थी, इसके बाद यहां टीम यहां से भूपदेवपुर के लिए रवाना हुई और पूरे दिन जांच के बाद रिपोर्ट तैयार कर सेफ्टी विभाग को सौंपी गई है। इस दौरान निरीक्षण टीम में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) आलोक तिवारी, मंडल रेल प्रबंधक बिलासपुर राजमल खोईवाल सहित निर्माण विभाग, मंडल तथा मुख्यालय के संबंधित विभागों के अधिकारीगण के अलावा आरपीएफ की टीम मौजूद थी।
भूपदेवपुर-राबर्टशन के बीच चौथी लाइन का हुआ हाई स्पीड ट्रायल
रेलवे सेफ्टी सहित अन्य विभाग के पहुंची थी अधिकारियों की टीम, बहुत जल्द सवारी गाडिय़ों के परिचालन की मिलेगी अनुमति
