बिलाईगढ़। गायत्री परिवार शांतिकुंज, हरिद्वार के मार्ग दर्शन एवं वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा एवं माता भगवती देवी शर्मा के सूक्ष्म संरक्षण में नपं पवनी में 7 जनवरी से 10 जनवरी 25 तक स्कूल मैदान में 24 कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया है। शुभारम्भ 7 जनवरी को भव्य कलश एवं शोभा यात्रा के साथ किया गया जहां कलश यात्रा बाजे गाजे, कीर्तन मंडली एवं प्रज्ञा गीतों के साथ पुरे नगर का भ्रमण करते हुए तालाब पहुंची 12 सौ महिलाओं ने अपने सिर पर कलश धारण करके नंगे पैर नगर का भ्रमण करते हुए नगरवासियो की सुख समृद्धि की मंगल कामना करते हुए और पुरे देश व विश्व शांति हेतु कलश यात्रा निकाली गई। नगर के चौक चौराहो मे कलश यात्रा की पुष्प वर्षा साथ स्वागत करते हुए पूजा आरती किया गया। कलश यात्रा तालाब पहुंचते ही वरुण देवता व माँ गायत्री, गुरुदेव व माताजी का आवाहन कर और पूजा अर्चना किया गया तत्पश्चात सभी कलश मे जल भरकर पुन: नगर भ्रमण करते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंची.जहाँ मंगल कलश के साथ माँ गायत्री, गुरुदेव एवं माताजी की सामूहिक पूजा अर्चना किया गया। वहीँ कार्यक्रम के दौरान सांसद कमलेश जांगड़े जी मुख्य अतिथि के रूप मे सम्मिलित हुई एवं दीप प्रज्वलित करके पुजा अर्चना करके उज्जवल भविष्य एवं सुख समृद्धि की शुभकामनायें दी, साथ मे नगर एवं जिले के भाजपा के विभिन्न पदाधिकारीगण सम्मिलित होकर गुरुसत्ता का आशीर्वाद प्राप्त किया।
मंगल कलश यात्रा कार्यक्रम को सफल व भव्य बनाने मे आरएसएस का विशेष योगदान देखने को मिला जहाँ कलश यात्रा से लेकर भोजन व्यवस्था मे भी अहम् भूमिका रही. वहीँ नगर के विभिन्न संगठन, महिलाओ, युवाओ व नगरवासियो का भरपूर सहयोग रहा. कलश यात्रा मे नगर सहित ब्लॉक व जिले के कोने कोने से सैकड़ो हजारों गायत्री परिजन व श्रद्धालुगण शामिल हुए। द्वितीय दिवस 8 जनवरी को 8 बजे से यज्ञ का ज्ञान विज्ञान का महत्व बताते हुए देवपूजन के साथ गायत्री महायज्ञ का शुभारम्भ किया गया. 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ दो पालियो मे 1.30 बजे तक सम्पन्न हुई. वहीँ कार्यक्रम मे शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए भगवती भोजनालय मे प्रसाद आदि का व्यवस्था किया गया है.शाम 5 बजे से शांतिकुंज के प्रज्ञापुत्रो द्वारा विशेष उद्बोधन एवं संगीत प्रवचन दिया जा रहा है, जहाँ नगर सहित आसपास के लोगो की काफ़ी संख्या देखने को मिला।
तृतीय दिवस 9 जनवरी को 8 बजे से देवपूजन के साथ विभिन्न संस्कार नि:शुल्क कराये जायेंगे तत्पश्चात गायत्री महायज्ञ सम्पन्न किया जायेगा. भोजन प्रसाद के पश्चात शाम 5 बजे से संगीत प्रवचन राष्ट्र समर्थ और शसक्त कैसे बने इत्यादि पर उद्बोधन और सायंकालीन दीप महायज्ञ का आयोजन किया जायेगा जहाँ 3100 दीप प्रज्वलित कर पुरे नगर को प्रकाशित किया जायेगा. तृतीय दिवस मे हजारों गायत्री परिवार एवं श्रद्धालुगण पहुंचने की संभावना है। चतुर्थ दिवस 10 जनवरी को 8 बजे यज्ञ के साथ पूर्णाहुति देते हुए युग तीर्थ शांति कुंज एवं वंदनीय माता जी की जन्म शताब्दी के संकल्प व टोली की विदाई कर कार्य क्रम का समापन किया जायेगा.
पवनी में आयोजित 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में शामिल हुई सांसद जांगड़े
