खरसिया। लोगों को लंबा इंतजार करवाने के बाद अंतत: नगर निगम और नगर पालिकाओं की सीटों का आरक्षण घोषित हो गया। वहीं जैसा कि आम लोगों की मनसा थी, वैसे ही खरसिया सीट सामान्य घोषित भी हो गई। ऐसे में नगर भर में चुनावी बयार बहने लगी और जगह-जगह लोग अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशियों के चयन को लेकर चर्चाएं करते देखे जा रहे हैं। नगर की सत्ता विगत 5 वर्षों से कांग्रेस के हाथों में रही। ऐसे में अबकी बार भाजपा सशक्त दावेदार की तलाश में जुटी हुई है। वहीं कांग्रेस की ओर से अपने कार्यकाल की उपलब्धि गिनाते हुए चुनावी मैदान में प्रत्याशी उतारे जाएंगे। यह तय माना जा रहा है कि इस मर्तबा नगर में भाजपा का ही शासन आएगा। ऐसे में अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए 45 वर्षों से राजनीति का अनुभव और इस व्यापारिक नगरी के चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष रहे तथा मंडी अध्यक्ष रहे अशोक अग्रवाल प्रथम पंक्ति में देखे जा रहे हैं। सामाजिक एवं धार्मिक गतिविधि में अग्रणी आचार्य अनिरुद्धाचार्यजी के शिष्य अशोक अग्रवाल ने अपने गुरुजी से समाज सेवा की प्रेरणा लेते हुए तथा किसी भी राजनीतिक प्रतिद्वंता से परे अपनी मिलन-सारिता के चलते नगरभर में सभी के चहेते बने हुए हैं। ऐसे में सुदृढ़ आर्थिक स्थिति वाले अशोक अग्रवाल भाजपा की ओर से अध्यक्ष पद की दावेदारी को लेकर रेस में सबसे आगे हैं। वहीं प्रतिष्ठित दवा व्यापारी संजय अग्रवाल को लेकर भी भाजपाई खेमे में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। सांसद प्रतिनिधि रहे रतन अग्रवाल भी अध्यक्ष पद की दावेदारी की दौड़ में शामिल हो चुके हैं। वहीं कांग्रेसी खेमे से निवर्तमान अध्यक्ष पद का दायित्व निर्वहन करने वाले सुनील शर्मा भी अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर पुन: चुनावी समर में अपना भविष्य आजमा सकते हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से दूसरे प्रत्याशी की बात करें तो पूर्व अध्यक्ष सुनील गर्ग के छोटे भाई राजेश गर्ग की चर्चाएं भी अध्यक्ष पद हेतु दावेदारी को लेकर सुनी जा रही हैं।