सारंगढ़। सीपीएम कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में जन जाति समाज का गौरवशाली अतीत विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा का पूजन एवं सरस्वती वंदना का गायन कर किया गया। अतिथियों का स्वागत तिलक लगाकर स्वागत गीत के साथ किया गया।? एक दिवसीय कार्यशाला के मुख्य अतिथि एवं वक्ता डॉ राजकुमार भारद्वाज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विभाग प्रचारक रायगढ़ रहे, एवं महाविद्यालय के अध्यक्ष केके जायसवाल की अध्यक्षता एवं विशिष्ट अतिथि द्व्य सतीश यादव रास्वयंसेवक संघ, लोकेश्वर पटेल सप्रा भौतिक शास्त्र शा लोचन प्रसाद पाण्डेय महाविद्यालय जिला संगठक राष्ट्रीय सेवा योजना जिला सारंगढ़ बिलाईगढ रहे।
मुख्य वक्ता डॉ राजकुमार भारद्वाज ने अपने उद्बोधन मे कहा कि – बिरसा मुंडा शक्ति, साहस के परिचायक थे जिन्होंने बिहार, झारखंड के विकास और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अहम योगदान दिया। उन्होंने आत्म सुधार, नैतिक आचरण की शुद्धता और एकेश्वरवाद का उपदेश दिया। वे आदिवासी समाज के लिए अंग्रेजों से भीड़ गए। देश की आजादी और आदिवासी समाज के उत्थान में उनका बड़ा योग दान रहा, वे ऐसे पहले नायक थे जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के साथ समाज सुधार में अपना जीवन समर्पित कर दिये यही वजह है की उन्हें भगवान का दर्जा दिया गया। उन्होंने जल जंगल और जमीन की रक्षा के लिए पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया। चेयरमैन केके जायसवाल ने बताया कि जनजाति समाज के ऐतिहासिक सामाजिक और आध्यात्मिक धरोहर को सम्मानित करने के उद्देश्य से यह कार्यशाला का आयोजन कराया गया है।
जनजातीय समाज का गौरव शाली अतीत पर कार्यशाला संपन्न
