रायगढ़। जन्माष्टमी के दूसरे दिन कृष्ण पक्ष की नवमी पर श्री गोगा नवमी का आयोजन होता है। प्रसिद्ध श्री गोगा बाबा जी की पवित्र छड़ी यात्रा 08 सितम्बर को सांय 4 बजे भक्तो द्वारा स्थानीय अग्रोहा भवन से निकाली गई7 इस प्रसिद्ध छड़ी यात्रा में शहर के सैकड़ो नागरिक शामिल हुए7 यात्रा की शुरुवात से पहले बड़े बुजुर्गो के द्वारा 171 पवित्र छडिय़ों की विधिविधान से पूजा अर्चना कर श्री गोगा जी ज्योत लेकर, धोक मार कर, पवित्र नाल बाँध कर की गई। तत्पश्चात भक्तो की भीड़ छड़ी लेकर अग्रोहा भवन, मंदिर चौक, पुत्रिशाला, गद्दी चौक, सुभाष चौक से होते हुए उपर्गामिनी पुलिया पार कर गोगा मंदिर के लिए निकल गयी7 जैसे जैसे भक्तो की भीड़ छड़ी लेकर आगे बढ़ रही थी, भक्तो का उत्साह देखते ही बन रहा था, कर्मा नित्य के साथ साथ बिलासपुर से आये धुमाल बैंड के नेतित्व में सारे भक्त पूरी यात्रा में झूमते नजर आये7 इस वर्ष यात्रा को भव्यता देने के लिए खास ओडि़शा के जगन्नाथ पुरी से गणेश, दुर्गा, काली, नरसिंह आदि देवी देवताओं की चलित झाकियां विशेष रूप से मंगवाई गयी और हर चौक चौराहे में फायर आर्टिस्ट द्वारा अपने हुनर का करतब भी दिखाया गया जिसे देख समस्त नगर वासी आश्चर्यचकित हो उठे। शोभा यात्रा को यादगार बनाने और भक्तो की सेवा के लिए जगह जगह पानी-ठंडा, चाय-बिस्किट एवं स्वल्पाहार की व्यवस्था की गयी थी7 हाथों में नीला निशान लिए महिलाएं, पुरुष और बच्चे यात्रा में शामिल हुए। शाम 6 बजे गोगा मंदिर पहुंचकर श्रद्धालुओं ने पूजा के साथ अपना निशान चढ़ाया। पवित्र छड़ी यात्रा में स्वागत से अभिभूत यात्रा में शामिल महिलाओ, पुरुष और बच्चो का उत्साह भी देखते हि बन रहा था। शक्ति अग्रवाल ने बताया की शहरवासियों ने 1941 में गोगा देव के जन्म स्थान राजस्थान के मुख्य मेड़ी से एक ईंट लाकर यहां स्थापना की, यह मध्य भारत का एकलौता मंदिर है जहाँ लगभग 40 सालो से छड़ी यात्रा का आयोजन होता आ रहा है जिसकी शुरुवात स्व गोविंद राम जी बजिनिया द्वारा की गयी थी और आज उनकी दूसरी पीढ़ी इसे आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।
शहर से होकर पवित्र छड़ी यात्रा जब मंदिर के द्वार पर पहुची तो हजारो की संख्या में भक्तगण बाबा की भक्ति में लीन होकर थिरकते हुए शोभा यात्रा का स्वागत किये7 मंदिर प्रांगण में भी भक्तो के लिए जलपान की व्यवस्था राखी गई थी7 यात्रा में गोगा बाबा की मुख्य छड़ी शरद अग्रवाल और गुरु गोरखनाथ जी की पीली छड़ी रजत अग्रवाल(मोंटी) द्वारा उठाई गई। उक्त शोभा यात्रा में शहर के गणमान्य नागरिको में बजरंगलाल बजिनिया, लखीराम बजिनिया, सुरेश गोयल (पूर्व सभापति), प्रमोद अग्रवाल (डीपीएस) के साथ समिति के सदस्य शक्ति अग्रवाल (डीपीएस), विमल रक्तवीर, दीपेश अग्रवाल, निर्मल चिक्की, राजेश गुड्डू, सहज, मनोज, हैप्पी, सुमित, कशिश, सुषमा बजिनिया, मंजू, उमा, सोनल, लता, मीरा, अनीता, नुपुर, कोमल, राशीद सहित सैकड़ो की संख्या में भक्तगण शामिल हुए।