रायगढ़। देवकी नन्दन के धरावतरण के शुभ बेला में भगवन श्री कृष्ण जन्माष्टमी गुरुद्रोण विद्यालय परिसर में शाला के नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों के द्वारा धूम धाम से मनाया गया।सर्वप्रथम शाला के संस्थापक श्रीमान एफ एल सिंह के द्वारा श्री कृष्ण जी के प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित करते हुए उत्सव का श्री गणेश किया गया। हमारे भारत की महान सनातनी संस्कृति व परंपरा को निरंतर आगे बढ़ते हुए समग्र मानव समाज को भगवान वासुदेव की आदर्श नीति को स्थापित करने का यह एक ऐसा मंत्र है जो क्रूरता, निष्ठुरता ,अहंकार का विनाश कर शांति स्नेह प्रेम एवं विश्व वसुधेय कुटुंबकम संभाव को प्रदर्शित करता है। विद्यार्थियों के द्वारा भगवान श्री कृष्ण के 16 कलाओं पर आधारित विविध मनमोहक कृतियां का संबंध प्रदर्शित किया गया ।यमुना के किनारे कदम पेड़ के ऊपर मधुर बंशी की गूंज और गोपिकाओं का अविरल प्रेम यह प्रतीत करता है कि आज भी श्री सारंगपाणी कुंजबिहारी श्री भगवान कि बांसुरी की धुन के सहारे यह धरा टिका हुआ है। विद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा मनमोहक मटका फोड़ कार्यक्रम समारोह मे बैठे हुए विद्यार्थियों एवं अभिभावको को मंत्र मुग्ध कर दिया। तत् पश्चात नन्हें मुन्ने विद्यार्थियो द्वारा राधा कृष्ण की वेशभूषा में राधा और कृष्ण के चित्रों को चरितार्थ करते हुए अपनी -अपनी झलकियां प्रस्तुत की । कार्यक्रम में विद्यार्थियों को उद्बोधन देते हुए शाला के शिक्षा निर्देशक श्री दिलीप कुमार साहू विद्यार्थियों को आगामी भविष्य अनुशासन और लगन मेहनत को सामने रखते हुए और कृष्ण भगवान के आदर्श को पालन करने का सलाह दिया गया। शाला के दोनों माध्यम के प्राचार्य श्री लोकनाथ देवता और श्रीचरण मालाकार जी के द्वारा विद्यार्थियों को सफल बनने के लिए प्रेरित किया गया। अंत में वरिष्ठ शिक्षक श्री निरंजन प्रधान के द्वारा उत्सव का समापन घोषित किया गया तत्पश्चात विद्यार्थियो को मिष्ठान वितरण किया गया।
गुरुद्रोण विद्यालय में जन्माष्टमी की धूम

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lochan Gupta
