रायगढ़। जिले के अमलीडीह में शुक्रवार को किसानों ने चक्काजाम कर दिया। हाथियों से लगातार हो रहे फसल को नुकसान की वजह से ग्रामीण सडक़ों पर बैठे गए और विभाग से मिलने वाले मुआवजा को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। घरघोड़ा वन परिक्षेत्र में तकरीबन 15 दिनों से 45 हाथियों का दल विचरण कर रहा है और यह दल रात होने के बाद किसी न किसी खेतों तक पहुंच रहा है। ऐसे में दो दिन पहले भी हाथियों ने भालूमार, अमलीडीह पंडरीपानी क्षेत्र में किसानों की फसल को रौंदा था। इससे परेशान होकर दोपहर 12 बजे के बाद ग्रामीणों अमलीडीह के मुख्य रास्ते पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे। जिसकी जानकारी मिलने के बाद घरघोड़ा पुलिस मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाइश देने में जुटी है।
अमलीडीह गांव के अशोक पंडा ने बताया कि 45 की संख्या में हाथी आसपास के जंगल में विचरण कर रहे हैं और रात में फसल नुकसान करते हैं। जिसके कारण करीब दो दिन पहले 3-4 गांव के किसानों ने बैठक की। सभी ने आपसी चर्चा करते हुए अपनी बात रखी कि हाथियों के द्वारा फसलों को नुकसान किए जाने के बाद विभाग से उन्हें कम मुआवजा दिया जा रहा है। जिससे किसान परेशान हैं।
वाहनों की लगी कतार
ग्रामीणों ने रायगढ़ घरघोड़ा मुख्य मार्ग पर चक्काजाम किया है। ऐसे में इस रोड पर उद्योग में चलने वाले भारी वाहनों का आना-जाना होता है। चक्काजाम के कारण सडक़ के दोनों ओर से चलने वाली भारी वाहनों की कतार लग गई है। बताया जा रहा है कि घरघोड़ा पुलिस उन्हें समझाइश दे रही है, लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं है।
कम मिल रहा मुआवजा
ग्रामीणों का कहना है कि हाथी फसल का नुकसान करते हैं, तो विभाग मुआवजा के तौर प्रति एकड़ 9 हजार रुपए देता है, लेकिन यह काफी कम है। एक एकड़ में किसानों को फसल लगाने में 50-60 हजार रुपए तक का खर्चा आता है और इतना कम मुआवजा देने से किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। जिसे लेकर अब ग्रामीण आंदोलन पर उतर आए हैं।
हाथियों की समस्या को लेकर किसानों ने किया चक्काजाम
फसल के नुकसान से परेशान हैं ग्रामीण, मुआवजा बढ़ाने की कर रहे मांग
