सारंगढ़। रायगढ़ से लगभग 10-15 किलोमीटर की दूरी पर लगे खनिज जांच चौकी में अवैध वसूली का काम जोरों पर चल रहा है, लेकिन यहाँ खनिज अधिकारी और खनिज इंस्पेक्टर को इस ध्यान ही नहीं है। वही प्राप्त जानकारी के अनुसार रेंगालपाली बेरियर में इन दिनों अवैध वसूली का खेल जोरों पर चल रहा है। वहीं जानकार बताते हैं कि यहां प्रतिदिन सैकड़ो गाडिय़ां पार हो रही है, किसी गाड़ी में रायल्टी पर्ची रहता है और किसी में रायल्टी पर्ची बिल्कुल ही नहीं रहता सब अवैध वसूली कर रायगढ़ में बैठे खनिज के अधिकारियों के पास काली कमाई पहुंच रहे हैं, ऐसा लोगों में चर्चा बना हुआ है।
प्रत्येक गाड़ी में 50-100 रू. लिया जा रहा है और बिना रायल्टी पर्ची पर 500
वही रायगढ़ के अंतिम छोर और उड़ीसा बॉर्डर के पास रेंगालपाली खनिज जांच चौकी पर अवैध वसूली जोरों पर है। यहां के अधिकारी और कर्मचारी द्वारा बेधडक़ होकर अवैध वसूली किया जा रहा है। इस ओर ना तो शासन प्रशासन ध्यान दे रहा है और ना ही खनिज विभाग के अधिकारी। वही कहते हैं कि अगर बड़े अधिकारी ही इस अवैध वसूली में लिप्त हो तो वहां के कर्मचारियों को कौन क्या कर लेगा, वैसे तो रायगढ़ कलेक्टर बीच-बीच में निर्देशित देते रहते हैं लेकिन सिर्फ दिखावे के लिए कार्यवाही कर दिया जाता है और वहां खुली छूट देकर अवैध वसूली जोरों पर चल रहा है।
खनिज इंस्पेक्टर और सहायक खनिज अधिकारी की है तगड़ा सेटिंग
वहीं कई सालों से जमे हुए खनिज इंस्पेक्टर गढ़पाले कई सालों से रायगढ़ जिले में अपने काले कारनामों को अंजाम दे रहे हैं, यह हम नहीं कह रहे हैं लेकिन लोगों के जुबान पर है। वहीं बलरामपुर से आए सहायक खनिज अधिकारी को भी साथ में लेकर चल रहे हैं। खनिज इंस्पेक्टर गढ़पाले कलेक्टर साहब को खुश करने के लिए कई सारे दूसरे जिले के गाडिय़ों पर कभी-कभी कार्यवाही कर देते हैं, लेकिन जब उनकी ही जिले की बात आती है तो कार्यवाही के नाम पट जीरो बटा जीरो साबित हो रहे हैं, क्योंकि इनको लक्ष्मी जी का चढ़ावा हर महीने के पहले तारीख को मिल जाता है, वेतन मिले या ना मिले लेकिन अवैध रूप से कोयले का कारोबार हो या फिर अवैध खनन का इन पर खनिज इंस्पेक्टर मेहरबान हैं। दूसरे जिलों से आ रही गाडिय़ों पर ही इनकी नजर है बाकि इनको तो कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा है। खुद अपने ही घर को नहीं संभाल पा रहे, लेकिन कलेक्टर साहब को खुश रखने और दिखावे के लिए दूसरे जिले की गाडिय़ों पर कार्यवाही कर रहे हैं, लेकिन अपने जिले की गाडिय़ों को आज तक खनिज इंस्पेक्टर गढ़पाले कार्यवाही नहीं किये, आखिर माजरा क्या है यह समझ से परे है। उड़ीसा से आ रहा है कोयला और खापा रहे हैं छत्तीसगढ़ में, लेकिन रायगढ़ में बैठे खनिज अधिकारी सो रहे हैं आज तक रायगढ़ माइनिंग विभाग का ना तो आपने सुना होगा और ना ही देखा होगा कि कभी अवैध रूप से कोयले के कारोबार में किसी गाडिय़ों पर कार्यवाही किए होंगे। ऐसा आज तक नहीं हुआ है कि अवैध कोयले के किसी भी गाड़ी पर रायगढ़ माइनिंग कार्यवाही किया है उनकी नजर सिर्फ दूसरे जिले से आ रहे लाइम स्टोन पर ही टिकी हुई है, लेकिन लोगों का कहना है कि अवैध रूप से कोयले का भी परिवहन बड़ी जोरों से हो रहा है और परिवहन का जो रूट है वह उड़ीसा से रेंगालपाली बिहार होते हुए पार हो रही है, लेकिन आज तक माइनिंग विभाग के कोई भी अधिकारी कोयले पर कार्यवाही नहीं किये, क्योंकि कहते हैं कि अवैध कोयला परिवहन जोरों पर है और इसकी जानकारी माइनिंग विभाग को भी हो गया होगा इसके बावजूद भी कार्यवाही के नाम पर जीरो है। यूं कहें कि रायगढ़ जिले में बैठे खनिज विभाग के अधिकारी, अधिकारी के नाम पर धब्बा नजर आ रहे हैं, क्योंकि यहाँ तो कलेक्टर को खुश करने के लिए कुछ चंद गाडिय़ों पर कार्यवाही किया जा रहा है और जो काले हीरे अवैध रूप से रातों-रात पार हो रही हैं इन पर उनकी नजर नहीं है और नजर भी होगी तो सब सेटिंग का खेल चल रहा है। अब आगे देखना होगा कि इन पर कलेक्टर साहब क्या संज्ञान लेते हैं या फिर खाली दिखाने के लिए जो कार्यवाही की जा रही है उस पर खुश होते हैं या फिर रातों-रात जो अवैध रूप से काले हीरे का परिवहन हो रहा है और शासन प्रशासन को कई लाख रुपए का जो नुकसान हो रहा है उसे पर क्या नजर डालते हैं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
रेंगालपाली खनिज जांच चौकी बेरियर में हो रही है अवैध वसूली
रायगढ़ खनिज निरीक्षक के संरक्षण में अवैध वसूली का खेल जोरों पर, सिर्फ गिट्टी गाडिय़ों पर कार्यवाही, अवैध रूप से चल रहा है रेत और कोयला का खेल, कलेक्टर साहब को कर रहे हैं गुमराह और अवैध वसूली का खेल जारी
