इस बार श्री श्याम बगीची में झांकियों का आयोजन रहेगा अनुठा
रायगढ़। कला एवं संस्कृति की नगरी रायगढ़ में ऐतिहासिक जन्माष्टमी झूला उत्सव का आयोजन बड़े धूम-धाम व गरिमामयी रूप में मनाया जाता है। इस महाउत्सव को देखने रायगढ़ जिला ही नहीं बल्कि अन्य प्रान्तों से हजारों दर्शनार्थी प्रतिदिन यहां आते है। श्याम मंडल के प्रचार मंत्री महावीर अग्रवाल एवं गुलाब डालमिया ने बताया कि गत दिनों श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर श्री श्याम मंडल की बैठक का आयोजन किया गया जिसमे 28वें इस ऐतिहासिक झुला उत्सव को लेकर विभिन्न निर्णय लिये गये। इस वर्ष भी संजय काम्पलेक्स स्थित श्री श्याम बगीची में 11 हजार वर्ग फूट के विशाल वाटर प्रुफ पंडाल का निर्माण जोर-शोर से आारंभ कर दिया गया है। रायगढ़ का ऐतिहासिक श्री कृष्ण जनमाष्टमी उत्सव मथुरा-वृन्दावन के बाद पूरे भारत देया में रायगढ़ जन्माष्टमी मेले के लिए प्रसिद्ध है। यहां प्रति वर्ष भव्य मेले का आयोजन यहां किया जाता है श्याम मंडल द्वारा यह आयोजन पिछले 27 वर्षों से किया जा रहा है। दो साल कोरोना के कारण इस आयोजन को नहीं किया जा सका था। अग्रवाल ने बताया कि इस उत्सव में दर्शनार्थियों की संख्या प्रति वर्ष 5 लाख से भी अधिक होती है। इस वर्ष भी दिनांक 5 सितम्बर से 9 सितम्बर तक भव्य पंडाल के अन्दर नयनाभिराम अत्याधुनिक स्वचलित झाकियों का दर्शन का अनोखा लाभ श्रद्धालुओं को होगा इन झाकियां के दर्शन मात्र से संजीदगियों का एहसास होने लगेगा। विशाल पंडाल के भीतर कलकत्ता एवं निमोरा से आये विश्व प्रसिद्ध कुमार दुली से आये 20 मूर्तिकारों ने महाभारत, रामायण व अनेक धार्मिक कथाओं पर आधारित मनोहारी, सुन्दर झाकियों का निर्माण कार्य जोर-शोर से प्रारंभ कर दिया है।
श्री अग्रवाल ने आगे बताया इस बार जन्माष्टमी के मेले में आयोजित इस झांकियों के दर्शन में छत्तीसगढ़ के लोक कला एवं संस्कृति पर आधारित कई झांकियों का समावेश रहेगा। जिसे निर्माण करने की दिशा में पूरे श्याम मंडल के सदस्यों का विशेष सहयोग संस्था को मिल रहा है। जन्माष्टमी मेले में चार चांद लगाने का प्रयास कर रायगढ़ नगर सहित छत्तीसगढ़ में अपनी अनूठी छाप बरकरार रखने वाला रायगढ़ का जन्माष्टमी मेले का विशेष आकर्षण इस वर्ष देखने हेतु श्याम मंडल प्रयासरत है। जिससे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मेला 2023 की स्वचलित झाकिया अभूतपूर्व एवं श्रद्धालुओं के लिए यादगार साबित हो।