रायगढ़। जिले के तमनार रेंज में एक हाथी जंगल से निकलकर पाता गांव तक पहुंच गया। हाथी गांव में चित्रसेन यादव के घर की दीवार तोडक़र धान का भूसा खाया। देर रात अंधेरे में जब हाथी गांव पहुंचा तो ग्रामीण घरों से बाहर निकल गए। मामले की सूचना वन अमले को दी गई। ग्रामीणों के बीच भय का माहौल था। टॉर्च जलाकर और हो हल्ला कर उसे जंगल की ओर भगाने की कोशिश की गई। लेकिन हाथी एक दीवार को तोडक़र धान का भूसा खा गया। बताया जा रहा है कि हाथी अकेला विचरण कर रहा है और वह ओडिशा के जंगलो से आया है। जो खम्हरिया, करवाही, मुड़ागांव होते हुए पाता गांव पहुंचा। काफी देर तक गांव में रहने के बाद वह हुंकराडिपा होते हुए बुडिय़ा जंगल की ओर चला गया।
धरमजयगढ़ वन मंडल हाथियों ने फसल नुकसान किया है। यहां दर्रीडीह में चार किसान, कोयलार में दो किसान और पुरूंगा, जामपाली और हाटी में आठ किसानों के धान फसल को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है। जिसकी जानकारी मिलने के बाद नुकसान का आकलन किया जा रहा है, ताकि मुआवजा की प्रक्रिया की जा सके।
जिले में रायगढ़ और धरमजयगढ़ वन मंडल में 125 हाथियों की मौजूदगी है। इसमें 38 नर, 54 मादा व 33 शावक मौजूद हैं। रायगढ़ वन मंडल में 60 और धरमजयगढ़ वन मंडल में 65 हाथी अलग-अलग दल में विचरण कर रहे हैं।
ग्रामीणों को दे रहे समझाइश
घरघोड़ा उप वनमंडलाधिकारी केपी डिंडोरे ने बताया कि हाथी फसल का नुकसान कर रहे हैं। घरघोड़ा रेंज में अधिक संख्या में हाथियों की मौजूदगी है। ग्रामीणों केा समझाइश दी जा रही है कि वे जंगल की ओर न जाए। प्रभावित गांव में मुनादी कराई गई है और हाथियों पर लगातार निगरानी रख रहे हैं।
आधी रात को हाथी ने मचाया उत्पात
दीवार तोड़ी, धान का भूसा खाया, फसल को भी पहुंचाया नुकसान
