सारंगढ़। विदित हो की नौघटा सरपंच गजपति डनसेना के नेतृत्व में मांझी लोग ने अनुसूचित जनजाति में शामिल करने सारंगढ़ कलेक्टर को ज्ञापन सौपा और मांझी जाति के लोगों ने बताया की हम सब मांझी जाति के सदस्य ग्राम सांकरा, मोहदी,बोरीदा, भूलूमुड़ा, लुकापारा, पोरथ,नदीगांव, लिप्ती, रतनपाली,नौघटा, बरगांव और मानिकपुर बड़े जो रायगढ़ विधानसभा के अंतर्गत महानदी के किनारे तहसील सरिया जनपद पंचायत बरमकेला जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ छत्तीसगढ़ में निवास करते हैं हम सभी का कार्य मुख्य व्यवसाय मछली पकडऩा हमारा जीविकोपार्जन है। हम सभी माझी, मांझी, मंझिया,मझीया परिवार गरीबी रेखा की श्रेणी के तहत आते हैं। भूमिहीन के अंतर्गत आते हैं और मांझी माझी जाति को तहसील पुसौर जिला रायगढ़ छत्तीसगढ़ एवं तहसील डभरा जिला सक्ति एवं अन्य जिलों में मांझी, माझी जाति को अनुसूचित जनजाति में जाति प्रमाण पत्र बन रहा है। जो की मांझी,माझी,मझीया, मंझिया ये सभी एक ही हैं शब्द और मात्रात्मक त्रुटि के कारण अलग है। एवं पारिवारिक लेनदेन रीति रिवाज एक है। परन्तु उपरोक्त ग्रामों में निवासरत मांझी माझी माझीया मंझिया को अनुसूचित जनजाति (आदिवासी) में नहीं लेने के कारण हमारे बच्चे पढ़ाई में रुचि नहीं ले रहे हैं एवं शासकीय योजनाओं से वंचित होना पड़ रहा है।
इसलिए हम कलेक्टर साहब से निवेदन करते है कि मांझी माझी मंझिया माझीया को एक ही विधानसभा एवं एक ही प्रदेश में अलग अलग जाति श्रेणी में रखा जा रहा है इसलिए हम सभी सरिया अंचलवासियों को भी अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में शामिल करने की महती अनुशंसा करें।
नौघटा सरपंच गजपति के नेतृत्व में मांझी लोग ने अनुसूचित जनजाति में शामिल करने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
