सारंगढ़। नगर से दस से अधिक गाडिय़ां सोने, चांदी, हीरे, मोती से सजा माता का दरबार को देखने रेलवे स्टेशन नैला श्रद्धालु जा रहे हैं। जहां राम मंदिर की प्रतिकृति की तरह ही 100 फीट ऊंचा व चौड़ा भव्य पंडाल में मां दुर्गा की 35 फीट ऊंची प्रतिमा विराजित की गई है। माता की प्रतिमा के साथ ही भगवान गणेश, कार्तिकेय, माता लक्ष्मी और माता सरस्वती की 15 – 15 फीट की प्रतिमाएं स्थापित है। सभी प्रतिमाओं के ऊपर चांदी के छत्र लगाए गए हैं।पंडाल में उपस्थित नैला निवासी मदन अग्रवाल ने बताया कि – यह आयोजन का 40 वां वर्ष है। हर वर्ष पंडाल को मुंबई की आकर्षक लाइट से सजाया जाता है। इस वर्ष भी मुंबई से आए कलाकारों ने पंडाल सजाया है। जिसमें 35 फीट ऊंची प्रतिमा जगत जननी दुर्गा की है, जिस मूर्ति का निर्माण भटगांव के मूर्तिकार प्रदीप देवांगन और उनके साथियों ने तैयार किया है। नैला दुर्गोत्सव की प्रसिद्ध इतनी बढ़ चुकी है की दूर-दूर से गाडिय़ों में लोग माता रानी के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। हर साल भीड़ बढ़ती जा रही है, 1 किलोमीटर पूर्व अग्रसेन भवन के सामने पार्किंग बनाया गया है। जहां पर सभी वाहनों का प्रवेश निषेध कर दिया गया है।श्रद्धालु यहां से पैदल जाते हैं, बच्चे और बुजुर्गों के लिए बैटरी वाहन की व्यवस्था की गई है। मूर्ति और पंडाल के निर्माण में लगभग एक करोड़ रुपए की लागत आई होगी।
चैतन्य देवियों की झांकी कर रही आकर्षित
भटगांव। नवरात्रि के पावन पर्व पर प्रजापति ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा पांच दिवसीय चैतन्य देवियों की मनोरम झांकियो का आयोजन नगर भटगांव में किया गया। जहां भटगांव स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय संस्था के द्वारा शारदीय नवरात्रि महा पर्व के पावन अवसर पर चैतन्य देवियों के झांकी कार्यक्रम का आयोजन 19 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक किया जा रहा है जो कि – नगर क्षेत्र मे चर्चा का विषय बना हुआ। जीवंत बहनो को देवी स्वरूप मे इस कार्यक्रम मे देखा जा सकता है। चैतन्य देवियों का स्वरूप पांच रूप होगा। साथ ही दिनांक 25 अक्टूबर दिन बुधवार से सात दिवसीय तनाव मुक्ति राज योग शिविर का आयोजन भी संस्था मे किया जाएगा। वही चैतन्य देवी की झांकियां को लेकर लोगो मे काफी उत्सुकता का माहौल देखा जा रहा है और दूर दूर से लोग चैतन्य देवियों की दर्शन करने पहुंच रहे है।