पखांजुर। ए. आई. एम. एस. एस,सं. आंगनबाड़ी. का. सा. यूनियन छ:ग मितानिन. आशा. यूनियन ने संयुक्त रुप से महिलाओं पर हो बलात्कार हत्या उत्पीडऩ के विरोध में संयुक्त रुप से नगर में रैली निकाली,तत्पश्चात अनुविभागीय अधिकारी रा. पखांजुर कार्यालय लेखापाल के हाथों ज्ञापन सौंपा,ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन संघर्षील आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सायिका यूनियन,छत्तीसगढ़ मितानिन आशा यूनियन ने महिलाओं पर हो रहे बलात्कार हत्या उत्पीडऩ के विरोध में संयुक्त रुप से पखांजुर नगर में रैली निकाली,महिला सांस्कृतिक संगठन सदस्य ज्योत्सना अधिकारी,बिंदु,लतिका संगीता ममता आदि ने कहां है कि जो लोग बलात्कार करते हैं या बलात्कार के इरादे से जाते हैं वे जानवरों से बदतर हैं, क्योंकि जानवरों की दुनिया में कोई बलात्कार नहीं है ,वे एक सड़े हुए, विघटित पूंजीवादी समाज के उत्पाद हैं जो बदबू फैला रहे हैं, वे न तो पुरुष हैं और न ही जानवर,वे पूंजीपति वर्ग और उनके राजनीतिक दलों द्वारा बनाई गई एक नई प्रजाति की तरह है, जिसकी आकृति तो इंसान जैसी है परंतु ये किसी भी प्रकार के मानवीय मूल्यबोध से रहित हैं।इसलिए खुंखार जानवर से भी भयंकर है वानियत प्रवृत्ति के होने के कारण आज सभ्य समाज शर्मसार है।संघर्षील आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सायिका यूनियन प्रांताध्यक्ष कलपना चंद, सलमा,लक्ष्मी, बासंती ने कहां है कि कोलकाता में आरजी कर सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में जूनियर डॉक्टर से कथित बलात्कार और हत्या की वारदात ने देश झकझोर कर रख दिया।जिसके विरोध में पुरे विश्व में आम जनता का रोष प्रदर्शन एवं देश के पश्चिमबंगाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश,राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि तमाम राज्य में बलात्कार और हत्या का मामले बेतहाशा बृद्धि हो रही है।इससे छोटी बच्चीयों से लेकर बृद्धा महिलाएं हो या आम जनता सभी बलात्कारी कि घटनाओं से देश में महिलाएं दहशत में जिने को मजबूर है। बलात्कार व हत्या कि न्यायिक जांच व दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे कर देश में महिलाएं बच्चे स्वास्थ्य, सुन्दर ,सुरक्षित वतावरण में अमन चैन सुकून से जीवन जिने कि गारंटी करें।पुरे देश कि महिलाओं बच्चों कि जीवन में जो दहशत का महौल पनप रहे है जघन्यतम अपराध शोषण जूल्मो से महिलाओं को पूरी तरह मुक्ति देने कि अपील किया है।