रायपुर। छत्तीसगढ़ के आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम ने केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्री जुएल ओराम से क्करू आदर्श गांव के बचे हुए फंड की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने आदिवासियों के वेलफेयर के लिए 162 करोड़ रुपए की योजनाओं का अतिरिक्त प्रस्ताव भी दिया है। जिससे आदिवासी क्षेत्रों में विकास काम हो सके। दरअसल, मंत्री रामविचार नेताम ने दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय जनजाति मंत्री जुएल ओराम से मुलाकात की। उन्होंने अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़े वर्गों के विकास से जुड़ी चर्चा की। इस चर्चा में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के 2022-23 की शेष राशि 74 करोड़ 69 लाख 27 हजार रुपए जारी करने का अनुरोध किया। इस योजना के लिए 1653 करोड़ 71 लाख 20 हजार रुपए का प्रावधान किया गया था।
नए फंड भी मांगे
नेताम ने केन्द्रीय मंत्री से आदिवासियों के वेलफेयर के लिए केंद्रीय सहायता योजना के तहत 162 करोड़ रुपए की मांग की है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में चल रहे एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में गुणात्मक शिक्षा के लिए 55 करोड़ 14 लाख 35 हजार रूपए के प्रस्तावों दिए है। इसे साल 2024-25 के बजट में शामिल कर पारित करने की मांग की है।
नक्सल प्रभावित जिलों की है योजना
मंत्री नेताम ने बताया कि राज्य सरकार ने बस्तर संभाग के माओवाद से प्रभावित पांच जिलों में कई योजनाएं चला रही है। जिसमें नियद नेल्लानार योजना, विशेष पिछड़ी जनजातीय समुदाय को प्रधानमंत्री के मंशा अनुरूप मुख्य धारा से जोडऩे के लिए संचालित प्रधानमंत्री जनमन योजना है। उन्होंने इन वर्गों के लिए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में भी जानकारी भी दी।
मंत्री रामविचार ने केंद्रीय मंत्री ओराम से की मुलाकात
