रायगढ़। डेंगू सोर्स रिडक्शन के लिए आज रविवार को छुट्टी के दिन कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के साथ स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम की टीम शहर के वार्ड में उतरी। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव भी उपस्थित रहे।
शहर में डेंगू के प्रकरण के मद्देनजर कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने वार्ड क्रमांक 12 व 13 के गली और मोहल्ले में पहुंच कर घरों, बंद पड़े मकान, बड़े शॉप के गोदाम एवं कबाड़ में सोर्स रिडक्शन करने ऐसे गोदाम, बड़े भवन, स्टोर रूम आदि जगहों पर लोगों को साफ -सफाई के लिए समझाइश दी है। इसके साथ ही जहां नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रवेश करने नही दे रहे हैं, वहां पुलिस के जवान भी साथ में देने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने निगम को वार्ड के ऐसे घर एवं बड़े भवन जहां लोग नही रह रहे हैं। ऐसे भूमिस्वामी से संपर्क कर साफ -सफाई करवाने अथवा निगम से साफ -सफाई करवा कर राशि वसूल करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर श्री गोयल ने रैपिड रिस्पॉन्स टीम को वार्ड के सभी छतों और ऐसे स्थानों में अनिवार्य रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए जहां डेंगू के लार्वा पनप सकते है। इस दौरान खुले में पड़ी कंडम गाडिय़ों के मालिकों से संपर्क कर साफ -सफाई करवाने एवं कंडम गाडिय़ां को उन स्थानों से हटवाने के निर्देश नगर निगम और एसडीएम को दिए। कलेक्टर श्री गोयल ने समझाइश के बाद भी लापरवाही बरतने वाले लोगों पर पेंडेमिक एक्ट के तहत् नगर निगम को कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि डेंगू के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम की टीम प्रतिदिन कार्य कर रही है। आज रविवार को टीम भी मुस्तैदी से अपने कार्य में लगी हुई है। डेंगू को देखते हुए राज्य स्तर से टीम भी सर्वे के लिए रायगढ़ पहुंची हुई है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि डेंगू के लिए सभी को मिलकर गंभीरता से प्रयास करने होंगे। उन्होंने घरों को बंद करके गए लोगों को टीम का सहयोग करने को कहा, ताकि उन जगहों पर जलजमाव के कारण डेंगू से मोहल्ले के लोग प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि डेंगू के प्रकरणों में गिरावट लाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने वार्ड पार्षद व जनप्रतिनिधियों को वार्डवासियों के साफ -सफाई एवं डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरुक करने के साथ ही जनसामान्य को डेंगू से सतर्क रहने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि डेंगू के बढ़ते प्रकरण के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में डेंगू सोर्स रिडक्शन का कार्य किया जा रहा है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम की टीम संयुक्त रूप से अधिक प्रभावित क्षेत्रों में घरों में पहुंच लोगों से मिलकर डेंगू संभावित स्थानों का निरीक्षण कर दवाईयों का मौके पर छिटकाव भी किया जा रहा है।
डेंगू को लेकर आरोप-प्रत्यारोप
भाजपा बोली- महापौर ने ध्यान ही नहीं दिया, कांग्रेस ने कहा-अधिकारियों को कोई मतलब नहीं
रायगढ़। डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जनवरी से अब तक की स्थिति में लगभग ढाई सौ मामले सामने आ चुके हैं। वहीं अब इसे लेकर निगम के भाजपा, कांग्रेस के पार्षदों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो चुका है। भाजपा के नेता डेंगू के बढऩे से नगर निगम को दोषी मान रहे हैं तो कांग्रेस के नेता निगम के तैयारी और कार्यप्रणाली को गलत बता रहे हैं। यही कारण है कि पिछले दिनों डेंगू को लेकर निगम में हुई बैठक में काफी तनातनी देखने को मिली। वहीं निगम की महापौर जानकी काटजू ने तो स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर निगम की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाया। कांग्रेस के पार्षद और एमआईसी सदस्य संजय देवांगन का कहना है कि निगम के स्वास्थ्य विभाग में कोई जवाबदेह अधिकारी नहीं है। एमआईसी के पदाधिकारियों से निगम के अधिकारियों को कोई मतलब नहीं है। किसी भी काम के लिए पूछा नहीं जाता।
महापौर को ध्यान देना चाहिए था
निगम के उप नेता प्रतिपक्ष सीनू राव का कहना है कि बरसात से पहले तैयारियां करनी थी। महापौर को सभी वार्ड पार्षदों के साथ मिलकर डेंगू की रोकथाम के लिए रणनीति बनानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। महापौर ने ध्यान ही नहीं दिया। नगर निगम ही इसके लिए दोषी है।
पत्र लिखकर कराया था अवगत
एमआईसी सदस्य और स्वास्थ्य प्रभारी रत्थू जायसवाल का कहना है कि जुलाई के शुरू से ही निगम के अधिकारियों को दवा छिडक़ाव और फॉगिंग के लिए पत्र लिखकर अवगत कराया जा रहा था, पर इसे निगम ने गंभीरता से नहीं लिया। अब डेंगू के बढऩे के बाद जब बैठक हुई तो निगम द्वारा ध्यान दिया जा रहा।