रायगढ़। बरसात में रायगढ़ और डेंगू जैसे एक दूसरे के पर्यायवाची बन चुके हैं। डेंगू बीते 6 सालों से रायगढ़ में हर साल अपना डंक फैला रहा है। डेंगू से लोग मर रहे हैं सब जानते हैं पर स्वास्थ्य विभाग इसे नहीं मानता वह कहता है कि डेंगू के मरीज की मौत किसी अन्य बीमारी से हुई है और हाल के साल में डेंगू से रायगढ़ जिले में किसी की मौत नहीं हुई है। वे लोग जिन्होंने अपनों को खोया है वो जानते हैं कि डेंगू से कौन मरा है। आप इसी तथ्य से अंदाजा लगा सकते हैं कि उनकी डेंगू रोकथाम की तैयारी और व्यवस्था कैसी होगी। ऐसे में निगम के जनप्रतिनिधियों का मीटिंग-मीटिंग खेलना कहां तक सही है। दरअसल डेंगू से कराह रहे शहर के लिये शहरवासियों के स्वास्थ्य को देखते हुए सर्वदलीय बैठक करके इस समस्या का वाजिब हल निकालने की जरूरत है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी 2024 से 2 अगस्त दोपहर 3 बजे तक जिले में कुल 246 डेंगू के मरीज मिले, जिनमें अभी करीब 55 सक्रिय हैं बाकी सब स्वस्थ्य हो गए, एक भी मौत नहीं हुई। जहां 55 की बात विभाग कर रहा वहीं 100 के करीब कई मीडिया हाउस और आमजन कर रहे।
तमाम मीटिंग और तैयारी की दुहाई देने वाले रायगढ़ के जिम्मेदार डेंगू के बढ़ते मामलों पर एक दूसरे की बगलें झांक रहे हैं। अधिकारी कर्मचारी जहां डेंगू के बढ़ते मामलों पर किमकर्तव्यविमूढ़ है तो वही जनप्रतिनिधि और नेता एक दूसरे पर कीचड़ उछलने में मस्त हैं। वह तेरी गलती मेरी गलती, मैं रहता तो नहीं होता, इसी खेल में उलझे हुए हैं। सोशल मीडिया पर एक दूसरे के प्रति जमकर भड़ास निकाल रहे तो अपने ही महापौर को भी कोस रहे। फिलवक्त निर्दोष लोग जो इन दोनों ही वर्ग पर के भरोसे बैठी है वह डेंगू मलेरिया, टायफाइड जैसी बीमारियों से ग्रसित है। आश्चर्यजनक यह है कि यदि आपको डेंगू हो जाए तो आप रायगढ़ में इलाज कराने कहां जाएंगे? सलाह मिलेगी मेडिकल कॉलेज जाएं, एक बार आप जाकर देखिए! शायद कभी जाने की इच्छा ना करें।
जिला अस्पताल जाएं जहां की व्यवस्था भगवान भरोसे तो डॉक्टर भरोसे के ही लायक नहीं। अब बच जाते हैं एक दो डॉक्टर जो समय निकालकर अपना क्लीनिक चला रहे हैं। डेंगू के मामले सामान्य तो दवाई से ठीक हो जा रहे हैं पर जहां हालात थोड़े से भी खराब हो रहे हैं तो मरीज का भरोसा बिलासपुर रायपुर के डॉक्टर पर अधिक है। डेंगू जी जांच और इलाज के लिए अभी तक जिला प्रशासन द्वारा कोई सार्थक पहल नहीं की गई है।
नगर निगम में डेंगू के लिए लिए जो कर्मी जमीनी स्तर पर सफाई और व्यवस्था देखते हैं वो खुद इसकी चपेट में आ गए हैं। सफाई दारोगा अरविंद द्विवेदी निगम के कर्मठ और सजग कर्मी हैं। 3 दिन पहले हुई भारी बारिश में सफाई व्यवस्था सम्हाले हुए थे और डेंगू को लेकर लगातार कार्रवाई कर रहे थे।
वे खुद डेंगू की चपेट में आ गए हैं। इनके फील्ड में न होने से रायगढ़ की सफाई व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है वह भी तब जब साफ सफाई की सबसे अधिक आवश्यकता है। अरविंद के साथ कुछ और लोगों की तबियत खराब हुई है। वहीं निगम दफ्तर में भी 6 लोगों के डेंगू ग्रस्त होने की सूचना मिली है। रायगढ़ में डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर नगर निगम महापौर जानकी काट्जू ने एक पत्र स्वास्थ्य मंत्री को लिखा है। उनका कहना है कि डेंगू एक महामारी है जिसे खत्म करने के लिए सफाई व्यवस्था के साथ पानी के ठहराव वाले जगह में जला मोबिल और फॉगिंग करते हुए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। महापौर जानकी काट्जू ने नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों पर सवार उठाते हुए निगम के कार्यों में लचर व्यवस्था बताया है। प्रचार प्रसार नहीं करने की वजह से लोगों को जागरूक भी नहीं किया जा रहा है। महापौर ने स्वास्थ्य मंत्री के अलावा वित्त मंत्री और रायगढ़ विधायक के साथ ही कलेक्टर को भी पत्र भेजकर डेंगू के मामले में निगम की तरफ से बरती जा रही लापरवाही को बताया है। साथ ही इस मामले में निगम की लचर व्यवस्था को सुधारने और लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। नगर निगम महापौर का कहना है कि, एमआईसी सदस्यों के द्वारा कई बार बैठक और पत्राचार के माध्यम से निगम आयुक्त को डेंगू रोकथाम के बेहतर व्यवस्था के कहा गया है, लेकिन इसके बाद भी निगम आयुक्त इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। शहर के 48 वार्ड में कई ऐसे वार्ड है। जहां डेंगू के मामले मिल रहे हैं। अब तक यह आंकड़ा डेढ़ सौ से अधिक हो चुका है। इसके बाद भी नियमित रूप से वार्डों में न तो फॉगिंग की जा रही है और न ही दवा का छिडक़ाव किया जा रहा है।
जनवरी से जुलाई तक के आकड़े
महीना टेस्ट पॉजिटिव
जनवरी 7 1
फरवरी 6 0
मार्च 4 2
अप्रैल 21 17
मई 32 29
जून 11 10
जुलाई 245 187
शासन निशुल्क खून जांचने की कीट लैब को उपलब्ध कराए
रायगढ़ बचाओ – लड़ेंगे रायगढ़, संस्था ने रायगढ़ के कलेक्टर कार्तिकेय गोयल को डेंगू बीमारियों के रोकथाम के लिए पत्र प्रेषित किया कि रायगढ़ शहर में विगत कई वर्षों डेंगू नामक खतरनाक बीमारी का फैलाव होता रहा है और इस बीमारी से नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में हो जाता है पूर्व के वर्षों में अनेक ही दुखद मृत्यु भी हुई है पर सजगता से इसको रोका जा सकता है के सुझाव में बताया गया कि नगर निगम,रायगढ़ के सफाई विभाग के तहत इसकी मॉनिटरिंग जिला प्रशासन से हो शहर के प्रत्येक वार्डों की समिति बनाएं जिसमें आंगनबाड़ी सहायिकाओं, स्वास्थ्य विभाग का अमला, राजस्व विभाग के पटवारी और आर.आई ,महिला स्व – सहायता समूह,वार्डों में स्थित शासकीय राशन दुकानों का वितरक,जागरूक नागरिकों, मेडिकल कॉलेज के डाक्टर,सहित वार्डों जागरूक पार्षदों की समिति बनाकर डेंगू बीमारी से बचने के लिए जागरूकता अभियान के तहत मोहल्ले की बज-बजाती गंदी नालियों की सफाई और मोहल्लों में फैले,गंदे कचरो को तुरंत उठ्वाना को बताया जाए साथ ही घरों के फूलों के गमलों,पुराने टायरों,कुलरों, छतों में जमा पानी को तुरंत फेंकने का प्रयास हो के साथ विगत 5 सालों से जिन जगह या मोहल्ले में इसका फैलाव होता है को चिन्हित कर विशेष रूप से यहां पर जागरूकता और सहयोग का प्रयास सुनिश्चित हो। डेंगू की जांच के लिए खून टेस्ट कीट शासन के द्वारा निशुल्क देने से स्थानीय निजी खून जांच करने वाली लैब में निश्चित ही सस्ते दर में उनकी जांच हो सकेगी। जिससे इसके मरीज को सीधा लाभ होगा,इसके साथ हर वार्ड में इससे बचने और निवारण की सामग्री निश्चित स्थान पर उपलब्ध हो जो की शासकीय नियुक्त समिति के प्रभारी का नाम और मोबाइल नंबर सहित सभी समिति के सदस्यों का उल्लेख हो जो की वार्ड के नागरिकों को यह निवारण सामग्री समय से उपलब्ध करवा सके। रायगढ़ बचाओ-लड़ेंगे रायगढ़ के सदस्यों ने कहा कि पूर्व के वर्षों में उनके द्वारा इससे बचने के लिए सैकड़ो लीटर जला मोबिल आयुक्त,नगर पालिका निगम,रायगढ़ को निशुल्क प्रदत किया था और संस्था के द्वारा शहर के अनेक चौक-चौराहों और वार्डों में अपने परिचितों और सदस्यों के माध्यम से सैकड़ो लोगों को जला मोबिल उपलब्ध करवाया था,इसका प्रयास पुन:करने की तैयारी कर हेल्पलाइन और इसके जागरूक सदस्यों का नाम व नंबर फिर से जारी कर अपनी ओर से डेंगू से बचाव का प्रयास संस्था करेगी। पत्र जारी करने वालों में विनय शुक्ला, सुरेश साहू,संतोष यादव गुड्डा, मनोज पटनायक, प्रकाश पंडा, अनुज पटनायक, प्रदीप मिश्रा, रंगीला भाऊ, अक्षत खेडूलकर, संगीता जैन, दुर्गा चौहान, गुड्डी सिंह, कौशल्या चौहान, अभिषेक चौहान, किरण गुप्ता, पूनम गिरी, तिजेश जायसवाल, सुयश ठेठवार, अनिल चीकू आदि हैं।
हर दिन मिल रहे 18-19 डेंगू मरीज
निगम कर्मचारी भी पॉजिटिव, 50 एक्टिव केस
रायगढ़। शहर के कई वार्ड डेंगू के हॉट स्पॉट बन चुके हैं। महापौर, सभापति के साथ ही निगम के जनप्रतिनिधियों के वार्डों में भी डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। निगम के एक सफाई दरोगा समेत करीब 5 कर्मचारी भी डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। जनवरी 2024 से अब तक डेंगू के करीब 246 मरीज मिल चुके हैं। जिसमें करीब 50 एक्टिव केस है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि, डेंगू के हर दिन 18-19 मामले सामने आ रहे हैं। एक अगस्त को भी 19 मरीजों की पहचान हुई है।
डेंगू के हॉटस्पॉट वार्ड
स्वास्थ्य विभाग ने जिन मोहल्लों को डेंगू के लिए हॉटस्पॉट वार्ड बताया है। उसमें जून बड़पारा, भपदेव गंज, रामगुड़ीपारा, दिनदयाल पुरम कॉलोनी, गांजा चौक, बेलादुला, बुढ़ीमाई मंदिर, छोटे अतरमुड़ा के साथ ही लाल टंकी से गौरी शंकर मंदिर और ढिमरापुर गौशाला पारा संवेदनशील है।