रायगढ़/धरमजयगढ। रायगढ़ वन मंडल क्षेत्र में एक दंतैल हाथी का उत्पात लगातार जारी है। अपने दल से भटका यह हाथी दिन व रात के समय गांव गांव घूम कर ग्रामीणों के मकानों और फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। बीती रात भी इस दंतैल हाथी ने एक घर को तोड़ा है।
मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ वन मंडल क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम कछार गांव में भोजन की तलाश में बीती देर रात 2 बजे के आसपास दंतैल हाथी ने गांव में दस्तक दी। जिस वक्त हाथी गांव में पहुचा उस वक़्त पूरा गांव सो रहा था। इस बीच जैसे ही दंतैल हाथी ने गांव के जर्मन खंडाईत के मकान को तोड़ा पूरा का पूरा परिवार दहशत के साये में एक कोने में सिमट कर रहा गया। जिसके बाद विशालकाय हाथी को अपने घर को तोड़ता देख ग्रामीण ने जोर जोर से चिल्लाना शुरू किया जिसके बाद गांव के अन्य ग्रामीण भी अपने अपने घरों से निकल कर बाहर आये और सभी के प्रयास से हो हल्ला और मशाल जलाते हुए हाथी को वापस जंगलों की तरफ भगाया गया। हाथी ने कछार गांव में कुछ ग्रामीणों की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है।
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि यह वही हाथी है जो तीन दिन पहले केनानीबहाल में 3 मकानों को तोड़ते हुए धान व चावल को खाते हुए फसलों को भी नुकसान पहुंचाया था और यह हाथी अभी इसी क्षेत्र में विचरण करते हुए रोजाना गांव गांव घूमते हुए नुकसान पहुंचा रहा है। क्षेत्र में विशालकाय हाथी के विचरण करने से आधे दर्जन से भी अधिक गांव में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है।
बहरहाल कछार गांव में बीती रात दंतैल हाथी के द्वारा एक मकान को तोड़े जाने की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर नुकसान का आंकलन करते हुए, गांव के ग्रामीणों को हाथी से सावधानी बरतते हुए जंगलों की नही जाने समझाईश दी जा रही है।
धरमजयगढ़ के औरानारा में मंदिर, स्कूल गेट व फसल को किया चौपट
जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल क्षेत्र अंतर्गत वर्तमान समय में कुल सौ से अधिक की संख्या में हाथियों की मौजूदगी दर्ज की गई है। तमनार इलाके से लैलूंगा क्षेत्र 21 हाथियों के झुंड के मूवमेंट होने के बाद डिविजन क्षेत्र अंतर्गत हाथियों की तादाद 103 हो गई है। बता दें कि लैलूंगा इलाके में ही 22 हाथियों का एक बड़ा दल पहले से मौजूद है। वहीं, बड़ी संख्या में हाथियों की मौजूदगी से क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में मकान, फसल व अन्य नुकसान के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इन हालातों के बीच वन मंडल क्षेत्र के छाल रेंज में अकेले विचरण कर रहे हाथी ने स्कूल परिसर के गेट और दीवार को नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा क्षेत्र के एक मंदिर और फसल क्षति पहुंचने की घटना सामने आई है। यह मामला छाल वन परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले औरानारा इलाके का है। धरमजयगढ़ फॉरेस्ट डिविजन क्षेत्र में शताधिक हाथियों की मौजूदगी से प्राभावित इलाकों के ग्रामीण सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। इधर, वन विभाग द्वारा हाथियों और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने वाले अनिवार्य उपायों को अपनाएं जाने की कवायद जारी है।