रायगढ़। जिले में इन दिनों डेंगू के मरीज तो बढ़ ही रहे हंैं, लेकिन अब मलेरिया का भी प्रकोप शुरू हो गया है। जिससे मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में अभी ेंडेंगू पीडि़तों की संख्या 25 पहुंच गई तो मलेरिया पीडि़त चार लोग पाए गए हैं, जिनका उपचार जारी है।
उल्लेखनिय है कि बरसात शुरू होते ही मौसमी बीमारियों के साथ डेंगू व मलेरिया भी पांव पसारने लगा है। जिसको देखते हुए अभी से सतर्कता बरतने की जरूरत है, नहीं तो आने वाले दिनों में इसका फैलाव अधिक हो सकता है। वैसे तो शहर की साफ-सफाई व्यवस्था भी भगवान भरोसे है, लेकिन तेजी से बढ़ रहे डेंगू व मलेरिया को देखते हुए आमजनों को सचेत रहने की जरूरत है। ऐसे में अपने घरों के आसपास पानी का जमाव न व कचरा न फैलने दे, नहीं तो इसमें से निकलने वाले मच्छरों की वजह से इस तरह के खतरनाक बीमारी हो सकता है। हालांकि अभी तक चार मरीज मलेरिया के पाए गए हैं, जिसमें दो मरीज बरमकेला ब्लाक के ग्राम जरेकेला के एक ही परिवार के एक महिला व एक पुरुष मलेरिया से पीडि़त हैं। इनको विगत सप्ताहभर से बुखार आ रहा था और छोड़ रहा था, लेकिन ठीक नहीं हो रहा था, ऐसे में इन दोनों मरीजों को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां विशेषज्ञों द्वारा जांच किए जाने पर मलेरिया की पुष्टि होने पर इनको भर्ती कर उपचार किया जा रह है, जिससे अब तबीयत में सुधार हो रहा है। वहीं सप्ताहभर पहले भी दो मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई थी, जो उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके है। इसके साथ ही डेंगू के मरीज भी बढ़े रह है। ऐसे में जहां 14 अगस्त तक डेेंगू मरीजों की संख्या 11 थी, लेकिन 16 अगस्त के आए रिपोर्ट में इनकी संख्या बढकऱ 25 हो गई है। ऐसे में विशेषज्ञों की मानें तो बरसात के दिनों में कई तरह के बीमारी फैलने का खतरा रहता है, जिसको ध्यान में रखते हुए बचाव के लिए मच्छरदारी सहित अन्य उपाय करना चाहिए, ताकि मच्छरों से बचाव हो सके।
घरों के आसपास रखे सफाई
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अपने घरों के आसपास साफ-सफाई रखें साथ ही कूलर व फ्रीज के पीछे जमा होने वाले पानी की भी नियमित सफाई करें, क्योंकि साफ पानी में ही डेंगू व मलेरिया के लार्वा पनपते हैं। जिससे इनके काटने से मलेरिया व डेंगू जैसे खतरनाक बीमारी होती है। इसके साथ ही घरों के आसपास लगे गमले व डायर में भी बरसात का पानी जमा रहता है, जिसे खाली करते हुए उसमें दवा का छिडक़ाव जरूरी है, तभी इस खतरनाक बीमारी से बचाव हो सकता है।
गौशाला पारा क्षेत्र में चली फागिंग मशीन
निगम कमिश्नर सिर्फ सुनील कुमार चंद्रवंशी के निर्देशन में डेंगू नियंत्रण बचाव के लिए लगातार जन जागरूकता अभियान डोर टू डोर सर्वे दवा का छिडक़ाव फागिंग एवं डेंगू की जांच किए जा रहे हैं। वार्ड क्रमांक 13 गौशालापारा एवं पुलिस लाइन में प्रति दिवस डोर टू डोर सर्वे, संदिग्ध कि डेंगू किट से जांच की जा रही है। इसी तरह लाउडस्पीकर से डेंगू नियंत्रण एवं बचाव के अनाउंसमेंट भी किया जा रहे हैं। मोहल्लों घरों में जाकर मितानिनों द्वारा अपने मोबाइल नंबर दिए जा रहे हैं, जिसपर किसी भी तरह की परेशानी आने पर कॉल करने और जांच इलाज सुविधा उपलब्ध कराने के बात कही जा रही है। इसी तरह शनिवार को वार्ड क्रमांक 13 के पार्षद लक्ष्मी साहू की उपस्थिति में गौशालापारा, पुलिस लाइन सहित संबंधित क्षेत्र की गली मोहल्ले और घरों में फागिंग की गई। फागिंग के दौरान भी लोगों को डेंगू के संबंध में नियंत्रण और बचाव की जानकारी दी गई। बताया गया कि बारिश होने या मौसम में नमी होने पर फागिंग से निकले धुंआ का मच्छर पर असर नहीं होता है, इसलिए मौसम साफ होने की स्थिति में सभी सफाई दरोगा, सुपरवाइजरको वार्डों में नियमित और रोस्टर पर फागिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं।
जिले में डेंगू के साथ मलेरिया के भी तेजी से बढ़ेने लगे मरीज
अभी तक 25 लोग डेंगू से संक्रमित हुए तो वहीं चार लोग हुए मलेरिया पीडि़त दो मलेरिया मरीजों का जिला अस्पताल में चल रहा उपचार
