सारंगढ़। नगर के ऐतिहासिक खाड़ाबंध तालाब में अभी नौनिहाल बच्चों को प्रतिदिन सुबह तैराकी प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं जहाँ गोपाल बानी मनोज जायसवाल नसीर खान जयप्रकाश बानी चिंटू जायसवाल द्वारा छोटे छोटे बच्चों को तैरना सिखाया जाता हैं। विदित हो कि विगत चार पांच वर्षों से गर्मी की छुट्टियां प्रारंभ होते ही लगभग दो माह खाड़ाबंध तालाब में महादेव घाट पर बच्चों को तैरना सिखाया जाता हैं।
स्कूली बस के जलमग्न होने की घटना से लिया संकल्प
गोपाल बानी ने बताया कि एक बार मध्य प्रदेश में एक स्कूली बस के नदी में डूबने और कई बच्चों के हताहत होने की खबर ने हमें विचलित कर दिया और प्रतिदिन सुबह तालाब में नहाने वाले हम लोगों ने सोचा कि क्यों ना हम छोटे छोटे बच्चों को तैरना सिखाए जिससे वे ऐसी विषम परिस्थितियों में अपना और अन्य लोगों का जीवन बचा सके फिर क्या विगत कुछ वर्षों में ही हम लोगों ने अब तक 50 से भी अधिक बच्चों को तैरना सीखा दिया।
बच्चों में तैराकी सीखने की ललक होना आवश्यक
मनोज जायसवाल और नसीर खान ने अपना अनुभव बताया कि शुरुआत में बच्चे तालाब में पानी में उतरने में डरते हैं वहां पहले हमें उनके मन से डर दूर कर उनका हौसला बढ़ाना पड़ता हैं, कुछ बच्चों में सीखने का लगन होने से वे एक दो सप्ताह में ही सीख जाते हैं वहीं कुछ को सीखाने में महीने लग जाते हैं।
प्रशासन ध्यान दें तों और अधिक लोग हों सकते हैं लाभान्वित
जयप्रकाश बानी ने बताया कि प्राचीन तालाब और घाट होने से पचरी की स्थिति जीर्ण अवस्था में हैं और घाटों का नियमित सफाई भी नहीं होता जिससे पानी गंदा व काई जम गया हैं जिससे बच्चों के फिसल कर गिरने चोट लगने का डर रहता हैं।
कलेक्टर आफिस जिला कार्यालय से महज कुछ मीटर की दूरी पर स्थित तालाब में जहां बच्चों के कौशल विकास के लिए इस प्रकार का तैराकी प्रशिक्षण दिया जाता हैं वहां जिला प्रशासन एवं स्थानीय अधिकारियों को भी घाट की साफ सफाई और जीर्णोद्धार पर ध्यान देना चाहिए जबकि इस संबंध में नगर पालिका के संबंधित प्रभारी को अवगत कराया गया था परंतु खेद हैं कि उनके द्वारा संतोषजनक कुछ भी नहीं किया गया।
जनसहयोग से कराया जा रहा जीर्णोद्धार, सहयोग की अपील
सुभाष अग्रवाल दीपक अग्रवाल चिंटू ने बताया कि बच्चों को दी जा रही तैराकी प्रशिक्षण प्रशंसनीय हैं उनकी सुविधा के लिए हम लोग अभी इस घाट पर जीर्णशीर्ण होकर अनुपयोगी हो चुके पचरी को जनसहयोग से मरम्मत एवं नवनिर्माण करा कर सुविधा जनक बना रहें जिससे तैरना सीखाने के लिए बड़ी जगह मिलेगी साथ ही साथ पितृपक्ष के समय श्राद्ध कर्म के लिए भी पर्याप्त स्धान हो जायेगा जिससे आमजन को सुविधा होगी, भविष्य में अगल बगल के घाटो का भी मरम्मत व सौंदर्यीकरण कराया जायेगा।
तालाब में बच्चों को मिल रहा तैराकी प्रशिक्षण
