रायगढ़। गुरुवार 23 मई को विश्व प्रसिद्ध सामाजिक, धार्मिक, आध्यामिक विप्लवी संस्था आनंद मार्ग के प्रणेता संस्थापक भगवान श्री श्री आनंद मूर्ति की 103 वीं जयंती रायगढ़ के बेलादुला स्थित आनंद मार्ग आश्रम में हर्षोल्लास पूर्वक मनाई गई। श्री श्री आनंद मूर्ति का इस धरा धाम में अवतरण बिहार के जमालपुर में 1921 को वैशाखी पूर्णिमा के परम पावन दिन में हुआ था। सभी आनंद मार्गी इस दिन को आनंद पूर्णिमा के रूप में आनंदित होकर मानते हैं। आनंद मार्ग आश्रम बेलादुला के आचार्य करुणकृष्णानंद अवधूत ने बताया कि श्री श्री आनंद मूर्ति के जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर बेलादुला स्थित आनंद मार्ग जागृति में 22 मई के शाम 6 बजे से 23 मई के सुबह 6 बजे तक 12 घंटे का बाबा नाम केवलम अखण्ड कीर्तन का आयोजन किया गया। कीर्तन के बाद सामूहिक साधना, विविध भाषाओं में आनंद वाणी का स्वाध्याय वाचन किया गया। तथा इस पावन अवसर पर वरिष्ठ मार्गी के सी साहू के पोते, कमल किशोर साहू के बेटे का आनंद मार्ग विधि से अन्न प्राशन एवं नामकरण संस्कार का कार्यक्रम रखा गया। वहीं आनंद मार्ग प्रचारक संघ रायगढ़ भुक्ति कमेटी कार्यालय का उद्घाटन परम पिता बाबा की जयघोष के साथ किया गया। इसके उपरांत इस पावन अवसर पर नारायण सेवा के अंतर्गत बाबा के जन्मोत्सव पर हेमू कालाणी चौक पर राहगीरों के लिए मीठा शीतल शरबत व चने का प्रसाद स्वरूप वितरण कर बाबा जन्मोत्सव की खुशियां मनाई गई। वहीं आनंद मार्ग आश्रम बेलादुला में प्रसाद स्वरूप भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें अधिक संख्या में श्रद्धालुओं ने अन्न ग्रहण किया। वहीं इस आनंद पूर्णिमा बाबा जन्मोत्सव के पावन अवसर पर आनंद मार्ग आश्रम बेलादुला के आचार्य करुणकृष्णानंद अवधूत, आनंद मार्ग रायगढ़ के भुक्ती प्रधान दिनेश चंद्राकर, वरिष्ठ मार्गी के .सी साहू,महादेव साहू, प्रो प्रकाश गुप्ता,नवल किशोर साहू,कमल किशोर साहू, बी.आर चक्रधारी, डॉ.गजेंद्र चक्रधारी,सुरेंद्र चक्रधारी एवं ग्राम टिनमिनी व रायगढ़ के समस्त आनन्दमार्गियों की उपस्थिति रही।