धरमजयगढ़। छ.ग. राज्य शासन के निर्देशानुसार एवं जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में विकास खण्ड घरमजयगढ़ के समस्त प्राथमिक माध्यमिक एवं हाई हायर सेकेण्डरी शालाओं में समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इस तारतम्य में बिरहोर आश्रम धरमजयगढ़ में विशेष पिछली जनजाति वर्ग के बच्चों के लिये आवासीय समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इस तरह के कैम्प के आयोजन से बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलता है। कैंप में बच्चे एक दूसरे के कौशल से प्रेरित होकर तथा तकनीकी रूप से प्रयोग कर विभिन्न कलाओं में पारंगत हो रहे हैं। हर विद्यार्थियों में अलग अलग प्रकार के कौशल होते हैं। इस लिहाज से समर कैम्प के माध्यम से स्कूली बच्चों के बहुमुखी प्रतिभा का विकास अनुकरणीय व सराहनीय कदम है।
धरमजयगढ़ बीईओ रवि शंकर सारथी ने बताया कि निर्धारित शेड्यूल के हिसाब से प्रतिदिन प्रात: योगा एवं व्यायाम से समर कैम्प का प्रारंभ होता है। इस दौरान समर कैम्प में बच्चों को चित्रकला, रंगोली, पेपर क्राफ्ट, नृत्य, गायन एवं अन्य कलाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही बच्चों को बैंक पुलिस स्टेशन, हास्पिटल का भ्रमण भी कराया जा रहा है। जिससे बच्चों को प्रशासनिक क्रियाकलापों के बारे में जान सकें।
बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अयोजित किए जा रहे ग्रीष्म कालीन कवायद के संबंध में शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के रचनात्मक, सृजनात्मक तथा कलात्मक कौशल को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। शिक्षा अधिकारी ने कहा कि यह कवायद बच्चों के बहु आयामी बौद्धिक विकास में सहायक होगी।
विशेष जनजाति समूह के विद्यार्थियों के लिये समर कैम्प अयोजित
स्कूली बच्चों के बहु-आयामी विकास हेतु विशेष पहल
