रायपुर। गाड़ा समाज का प्रदेश स्तरीय बैठक देवेंद्र नगर अंबेडकर भवन रायपुर में आयोजित किया गया था। बैठक में मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर चर्चा की गई जिसमें पहला बिंदु गाड़ा जाति को आदिवासी संवर्ग में शामिल करने तथा दूसरा बिंदु पर डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी के द्वारा गाड़ा जाति के इतिहास पर शोध कार्य किए जाने पर उसका सम्मान करने हेतु चर्चा किया गया। और तीसरा बिंदु लोकसभा चुनाव के पश्चात आदिवासीकरण मुद्दे को लेकर के प्रदेश स्तर पर कार्यक्रम करने के विषय पर चर्चा किया गया। जिसमे प्रदेश भर से आए समाज के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओ ने अपनी सहमति जताई। चूंकि गाड़ा समाज के द्वारा गाड़ा जाति संवर्ग को विगत 25 वर्षों से अनुसूचित जनजाति वर्ग में सम्मिलित करने हेतु समाज के पदाधिकारियों के द्वारा शासन एवं प्रशासन को मांग किया जाता रहा किंतु आज पर्यंत शासन एवं प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही आज तक नही की गई है। जिसके लिए समाज में आक्रोश है। जबकि गाड़ा जाति समुदाय 1956 के पूर्व अनुसूचित जनजाति वर्ग में था। तथा इस जाति की संस्कृति आदिवासी संस्कृति से मिलता है। इसका प्रमाण भी समाज के समक्ष है। तथा इस विषय पर डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी के द्वारा शोध किया गया है। इस विषय को लेकर के समाज के द्वारा प्रदेश स्तर पर वृहद सामाजिक सम्मेलन करने एवं समाज के द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को सम्पूर्ण दस्तावेजों के साथ आदिवासीकरण करने हेतु उक्त कार्यक्रम के माध्यम से ज्ञापन सौपे जाने का निर्णय लिया गया है। उक्त कार्यक्रम का आयोजन देवशरण नाग एवं महेंद्र कुलदीप के द्वारा किया गया था। इस अवसर पर मुख्य रूप से अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व सदस्य पुनीत राम चौहान,सुंदरदास कुलदीप,देवशरण नाग,रोहित चौहान,विक्रम बघेल,महेंद्र कुलदीप, चंपतलाल, प्रेमलाल,तरुण देवदास, डोमांसिंग कागजी,प्रमोद सागर, रामशरण गंगे,भोजराम नाग, कौशल्या सागर, खेमराज बघेल,आनद नेताम, राजकुमार गंधर्व, पारस, नंदकुमार मोंगरे, लक्ष्मी नाग, रेखा चौहान, भुवनेश्वर (भुवन) चौहान,पत्रकार सुधीर चौहान, कमलेश चौहान, सुरेश चौहान, उत्तर चौहान, सरिता चौहान सहित सैकड़ों सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।