रायगढ़। विगत सप्ताहभर से जिले में मौसम का मिजाज बदला हुआ है, जिससे कभी बादल तो कभी हल्की बरसात होने से सर्द-गर्म हो रहा है। ऐसे में अब दो दिन मौसम शुष्क रहने के बाद दो मार्च से फिर बारिश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताहभर से मौसम साफ होते ही अधिकतम तापमान में तेजी से वृद्धि होने लगी थी, जिससे सुबह से गर्मी का अहसास होने लगा था, जिसके चलते लोगों के घरों में पंखा शुरू हो गया था, वहीं लोगों का कहना था कि इस बार अन्य सालों की अपेक्षा जल्दी गर्मी शुरू हो जाएगी, लेकिन इस दौरान मंगलवार शाम को अचानक मौमस में बदलाव हुआ और तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हो गई, जिससे बुधवार को पूरे दिन मौसम खुशनुमा रहा, लेकिन दोपहर बाद तेज धूप होने से मौसम में गर्माहट आ गई थी। वहीं मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि इन दिनों प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमीयुक्त हवाओं में कमी होने लगी है, जिसके चलते गुरुवार को मौसम शुष्क रहने की संभावना है। जिसके चलते न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है। साथ ही अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि होने की संभावना है। साथ ही दो दिन मौसम साफ रहने के बाद अगामी दो मार्च से फिर से जिले के कुछ हिस्से बारिश होने की संभावना है, जिससे न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट आ सकती है।
सेहत पर भी होगा असर
हर दो-चार दिन में मौसम में बदलाव होने से सर्द-गर्म के चपेट में लोग आने लगे हैं। जिससे सर्दी-बुखार की शिकायत आने लगी है। वहीं डाक्टरेां का कहना है कि अभी मौसम को देखते हुए सर्द-गर्म से बचने की जरूरत है, साथ ही किसी प्रकार की शिकायत आती है तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच कराए, ताकि समय से उपचार हो सके। ऐसे में जब तक मौसम स्थिर नहीं होगा, तब तक दिक्कत है।
गेंहू फसल को हुआ नुकसान
गौरतलब हो कि इस साल किसानों द्वारा बड़ी मात्रा में गेंहू की खेती की गई है। जिससे मंगलवार देर शाम आई तेज हवा व बारिश के चलते ज्यादातर गेंहू के फसल गिर गए हैं। ऐसे में किसानों का कहना है कि अभी फसल में बाली आनी शुरू हुई है, ऐसे में फसल गिर जाने से नुकसान होने की संभावना है, अगर अभी से भी मौसम साफ हो जाता है तो फसल बच सकती है, लेकिन अगर फिर से अंधड़ आया तो काफी नुकसान होगा। इसके साथ ही अन्य बागवानी फसलों को भी यह बारिश नुकसान पहुंचा सकती है। क्योंकि तरबूज, ककड़ी, खीरा सहित अन्य फसल भी बड़ी संख्या में लगाया गया है। जिससे बारिश होने से कीड़े लगने की संभावना है।
मार्च की शुरूआत से ही वर्षा की संभावना
मौसम में चढ़ाव-उतार से सेहत पर पड़ रहा असर
