कोसीर। कोसीर तालाबों के पट्टा आबंटन को लेकर ग्रापं कार्यालय द्वारा ईश्तहार जारी कर पात्र ईच्छुक मछुआ समितियों से विधिवत आवेदन मंगाये गये थे। जिस पर मत्स्योद्योग सह.समिति कोसीर व अनु.जा.मत्सय सह.समिति रिवांपार द्वारा आवेदन किये गये। बता दें कि तालाबों के लीज आबंटन एवं मछुआरों के अधिकारों उनके संरक्षण को लेकर छग.शासन कृषि मतस्यपालन विभाग द्वारा नीति निर्देश जारी हैं ।जिसके अनुसार ग्रापं ,जपं प, जिपं को तालाबों को लीज पर आबंटन करने नीति निर्देश जारी है।
विदित हो कि- ग्रापं कोसीर के दाऊडबरी, नावातालाब, पूरेन्हा तालाब को 10 वर्षीय पट्टे पर देने कोसीर पंचायत भवन में बैठक कर प्रस्ताव किया गया जिस पर सचिव शोभा सिदार ने सर्वप्रथम छग. शासन मत्स्यपालन विभाग की तालाब आबंटन दिशा निर्देश नीति नियमों को पढक़र सुनाया व प्राथमिकता क्रमानुसार तालाब प्रस्ताव हेतु पंचों से सहमति ली। जिस पर उपसरपंच तारनीश चंद्रा सहित कुल 11 पंचों व सरपंच लाभो लहरे ने त्रिस्तरीय पंचायत अधिनियम व शासन की मछुआ नीति निर्देशों के तहत तालाब आबंटन की बात कही व प्राथमिकता क्रमानुसार गांव की स्थानीय मत्स्योद्योग सह.समिती कोसीर को तालाब आबंटन हेतु समर्थन दिया, साथ ही यह समिति 1980 से शासन से पंजीकृत है जो सबसे पुरानी मछुआ समिति बतौर सभी नीति निर्देशों को पालन करते मत्सयपालन हेतु क्रियाशील है। वहीं दूसरी ओर कुछ पंचों द्वारा कलेक्टर व मत्स्यपालन अधिकारी से शिकायत कर सरपंच,सचिव पर गलत तरीके से प्रस्ताव करने तालाब आबंटन का आरोप लगाया है?। जिस पर सचिव,सरपंच ने शिकायत को निराधार बताते हुए पंचायत व विभागीय दिशा निर्देश, नीति नियमों का पालन करते हुए तालाबों का आबंटन हेतु प्रस्ताव किये जाने की बात कही है।
मछलीपालन नीति नियमों के तहत हुआ कोसीर तालाबों का पट्टा आबंटन
