रायगढ़। एमएसपी की मांग सहित अन्य बिंदुओं पर जारी किसान आंदोलन भाग दो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान की समीक्षा और समर्थन करने के लिहाज से रायगढ़ जिले के किसान नेताओं ने तहसील मुख्यालय पुसौर के दर्राखार स्टेडियम में किसान सभा आयोजित की गई।
जिसमें स्थानीय किसान नेताओं के अलावा संघर्षशील साथियों ने आपस में बैठकर चर्चा की,साथ ही किसान आंदोलन भाग दो को समर्थन देने के लिए नीति बनाई गई। सभा के संयोजक लल्लू सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार को पूरी तरह से तानाशाह बताते हुए, उसे आंदोलनों से डरने वाली सरकार बताया उनके अनुसार देश में पानी की बोतल से लेकर पैकेज्ड फुड,प्राइवेट एजुकेशन और डॉक्टरों की फीस तक के रेट फिक्स हैं इसे लेकर कभी कोई नेता या राजनीतिक दल विरोध नही करता,लेकिन अगर किसान अपनी फसल का एमएसपी मांगने लगता है,तो देश भर किसानों के खिलाफ माहौल बना दिया जाता है, उन्हे खालिस्तानी या आतंकवादी करार देकर पाकिस्तान भेजने की बात पूरी बेशर्मी से कही जाती है। जो पूरी तरह से गलत है।
इधर जिले के बड़े किसान नेता नंद किशोर विश्वाल ने बैठक पश्चात बताया कि करीब दो घंटे चली आज की बैठक में यह तय किया गया कि जिले के पांच से सात बड़े ग्राम पंचायतों में जाकर किसान परिवार के लोगों से आंदोलन के समर्थन में सामने आने की अपील करेंगे,साथ ही जल्दी ही जिला मुख्यालय रायगढ़ में किसान आंदोलन भाग दो के समर्थन में बड़ा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी करेंगे।
धरना प्रदर्शन के उपरांत भारत की महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक लिखित ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से देते हुए एमएसपी की मांग कर रहे किसानों को दिल्ली आने की अनुमति देने के अलावा निहत्थे किसानों पर गोली और आंसू गैस के गोले दागने वाली हरियाणा की खट्टर सरकार तथा हरियाणा पुलिस के विरुद्ध उचित कार्रवाई की मांग करेंगे। साथ ही जिले के अलावा पूरे राज्य भर में सूचना के विभिन्न माध्यमों का प्रयोग कर किसान संगठनों को जोडऩे का प्रयास करेंगे।
किसान आंदोलन के समर्थन में उतरेंगे जिले के किसान
वृहद धरना प्रदर्शन की भी दी चेतावनी
