रायगढ़। सहारा इंडिया के जमाकर्ताओं में जब हाहाकार मचा था एक तरफ निवेशकों के पैसे डुबे थे और दूसरी तरफ प्रशासन वाले मौन होकर खड़े थे ऑटो वाले से लेकर किराना व्यापारी तक मजदूर से लेकर पुलिस अधिकारी तक हर कोई अपने रुपए प्राप्ति को लेकर रो रहा था गरीब असहाय असमर्थ महिला बहनों की चित्कार करुणारुदन सामाजिक कार्यकर्ता नरेश कंकरवाल से देखा और सहा नहीं गया तब प्रशासन से संघर्ष करते विकास निगानिया को कलम चलाते लड़ते देखा तो नरेश कंकरवाल ने प्रशासन से दोदो हाथ करने की ठानी और संकल्प लिया कि निवेशकों की राशि हर स्थिति में वापस दिला कर रहूंगा फिर क्या था। सहारा पीडि़तों के लिये जमीनी स्तर पर लड़ाई शुरू कर धरना प्रदर्शन और आंदोलनों के जरिये उन्होंने न केवल सहारा पीडितों को एकजुट किया बल्कि उनकी लडाई को प्रशासन और सरकार के कानों तक पहुंचाने अहम भूमिका निभाई। पिछले दिनों सहारा के मैनेजरों बडी मछलियों की संपत्ति कुर्क करने के आदेश के बाद सामाजिक कार्यकर्ता नरेश कंकरवाल ने सहारा के खिलाफ सामाजिक लडाई का पहला चरण पार कर लिया है।
आंदोलनकारी कंकरवाल ने भूख हड़ताल आमरण अनसन करते-करते पुलिस अधीक्षक अनुविभागीय अधिकारी कलेक्टर जैसे उच्च अधिकारियों से रोजाना संवाद करने लगे लडऩे भी लगे भीडऩे भी लगे स्पष्ट अंदाज होता था कंकरवाल का उच्च अधिकारियों के सामने आंख मिलाकर बात करने का हर किसी को विश्वास में लेकर कंकरवाल ने इस सहारा आंदोलन को एक ऐसे पड़ाव पर लेकर गए जहां पीडि़तों का जमावड़ा सा जमने लगा और आंदोलन रंग उगलने लगा हर किसी ने आशाएं तोड़ दी थी। किंतु कंकरवाल ने आशाएं नहीं तोड़ी अपने साथियों तेज तर्रार विकास निगानियां, रवि शंकर दुबे, धरणीधर बाजपेई, बबली वर्मा, रोहित दास महंत, आशा बंदे, लक्ष्मी कनेरी ज्योति मिर्धा ज्योति सारथी कुकरेजा बंधु, मोटवानी जी के साथ पागलपन की सीमा को पार करने वाला साथी विकास निगानिया के साथ जब लड़ाई लड़ते चले गए तो नरेश कंकरवाल को एक सच्चे मंत्री ओमप्रकाश चौधरी जैसा ऊर्जावान नेतृत्व का साथ मिला।
श्री चौधरी ने कहा तुम्हारी लड़ाई में तो नरेश लाखों पीडि़त लोगों ने मुझे विधायक बनाया जिनकी पीड़ा मेरी अपनी पीड़ा है यह निवेशक सभी मेरे लिए देव तुल्य हैं सबको न्याय मिलना चाहिए पैसा मिलना चाहिए और श्री चौधरी ने कानून के दायरे में रहकर न्याय की चौखट तक पहुंचा दिया और लाखों निवेशको के रुपए लूटने वालों को कानून के दायरे में लाकर हिंदुस्तान का वह पहला जिला बना दिया रायगढ़ छत्तीसगढ़ को जिसमें अपराधियों की संपत्ति कुर्की का मार्ग प्रशस्त हुआ और रायगढ़ जिले के हजारों सहारा पीडि़तों को न्याय मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। वर्तमान दौर में सहारा पीडि़तों के लिये कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और रायगढ़ विधानसभा के विधायक व प्रदेश के काबिना मंत्री ओपी चौधरी तारणहार के रूप में उभरे हैं। श्री कंकरवाल उन्हें दिल से आभार देते नही थक रहे हैं।
हमारे संवाददाता से सहारा पीडि़तों की इस लडाई पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि मेरे लिये इससे बड़ी प्रसन्नता और क्या होगी। यही मेरा स्वागत है। यही मेरी पूंजी और हृदय से धन्यवाद श्री चौधरी व कलेक्टर कार्तिकेय गोयल को, की उन्होंने सहारा पीडि़तों के दर्द को समझा और न्याय दिलाने के लिये आगे आये। इस भगीरथ प्रयास के लिये श्री कंकरवाल ने न्यायिक संघर्ष में साथ देने वाले अधिवक्ता श्री मिश्रा के बहुमूल्य योगदान को भी अविस्मरणीय बताया।
जमाकर्ताओं का 80 प्रतिशत पैसा मैनेजरों व एजेंटों के पास-नरेश कंकरवाल
कहा- ओपी चौधरी व कलेक्टर सहारा पीडितों के तारणहार बनकर आए
