रायगढ़। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर रायगढ़ के केलो नदी तट पर हजारों लोगों ने आज केलो मैया की पूजा-अर्चना कर आरती की। शहर में केलो उद्धार समिति के द्वारा आयोजित केलो महाआरती में गणमान्य नागरिकों सहित बड़ी संख्या में युवा, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए। प्रतिवर्ष की तरह ही इस बार भी केलो उद्धार समिति के तत्वाधान में केलो महाआरती का आयोजन किया गया था, जिससे केलो नदी के राजघाट में विशेष साज-सज्जा की गई थी।
इसके अलावा बेलादुला घाट में केलो आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। मकर संक्रांति के अवसर पर केलो तट पर हजारों लोगों ने महाआरती में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित किया। दरअसल केलो नदी रायगढ़ जिले की जीवनदायनी है। बताया जाता है कि औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और रायगढ़ शहर में बढ़ती आबादी के साथ केलो नदी में गंदे पानी के विसर्जित होने से केलो का जल प्रदषित होता जा रहा है। जीवनदायनी केलो के संरक्षण के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जाने के दावे किए जाते रहे हैं। इसी क्रम में रायगढ़ के पुरानी बस्ती के युवाओं ने केलो उद्धार समिति के माध्यम से केलो नदी के उद्धार का बीड़ा उठाया। लोगों में केलो नदी के संरक्षण के भाव जागृत करने की मंशा से मकर संक्रांति पर आध्यात्मिक आयोजन का निर्णय लिया। बीते सात वर्षों से केलो नदी के राजघाट पर केलो महाआरती का आयोजन गंगा आरती की तर्ज पर किया जा रहा है। इस साल केलो उद्धार समिति द्वारा आठवां केलो महाआरती का आयोजन किया गया। आज संध्या ६ बजे केलो मैया की पूजा-अर्चना कर आरती की गई।
इस महाआरती में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। आयोजन समिति के द्वारा सभी समाज के लोगों को केलो महाआरती में शामिल होने का आव्हान किया गया था। केलो महाआरती में भाजपा नेता गुरूपाल भल्ला, सुभाष पाण्डेय, पुरूषोत्तम अग्रवाल, गौतम अग्रवाल सहित आयोजन समिति के जयंत ठेठवार, दयाराम धुर्वे, पार्षद प्रभात साहू, लक्ष्मी साहू, तारा श्रीवास, विमल यादव, विनोद महेश, संजय चौहान, संतोष बहीदार सहित आयोजन समिति के अन्य सदस्यों की उपस्थिति रही।
मेला की तर्ज पर लगाए गए थे स्टॉल
केलो महाआरती को मेला का स्वरूप देने आयोजन समिति द्वारा विशेष इंतजाम किया गया था। बच्चों के खिलौने, खाना-खजाना के अलग-अलग स्टॉल लगाए गए थे। जिसमें छोटे-छोटे दुकान सजाए गए थे। जिससे केलो महाआरती के उपरांत लोगों की भीड़ जुटी थी। आयोजन के दौरान भजन संध्या का भी आयोजन किया गया था, जिसमें देर शाम तक लोगों की भीड़ लगी रही।
मकर संक्रांति में केलो महाआरती में उमड़े लोग, उठे हजारों हाथ
