रायपुर। धान खरीदी में भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारी पर रायपुर कलेक्टर ने कार्रवाई की है। किसानों से अवैध वसूली के आरोप में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति नरदहा के एक कर्मचारी को तत्काल सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश पर कार्रवाई की गई।
किसानों की ओर से शिकायत मिली थी कि, समिति का कर्मचारी टोकन जारी करने और धान की गुणवत्ता में कमी बताने के नाम पर दबाव बनाकर पैसे की मांग कर रहा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने आरंग के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को जांच के निर्देश दिए। जांच में आरोप सही पाए गए और यह स्पष्ट हुआ कि कर्मचारी ने किसानों से अनुचित तरीके से धन वसूली की। जांच रिपोर्ट सामने आते ही उप पंजीयक, सहकारी संस्थाएं, जिला रायपुर ने कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए संबंधित कर्मचारी राकेश जांगड़े को नौकरी से हटा दिया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि धान खरीदी व्यवस्था को पारदर्शी और किसान हितैषी बनाने की दिशा में कड़ा कदम है। जिला प्रशासन ने साफ संदेश दिया है कि, किसानों के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी, शोषण या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि भविष्य में इस तरह की शिकायतें सामने आती हैं, तो दोषियों पर और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अवैध मांग या अनियमितता की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।
धान खरीदी में अवैध वसूली, समिति कर्मचारी बर्खास्त



