सारंगढ़। जिला मुख्यालय से लगभग 20 किमी की दूरी पर कटंगपाली, बोंद, नौघटा व साल्हेओना में डोलोमाइट की लगभग दर्जनों क्रेशर संचालित है लेकिन इन क्रेशरों में अब अवैध रूप से डोलोमाइट का काम जोरों पर चल रहा है। वहीं यह जानकारी आ रही हैं कि वहां जितनी क्रेशर की लीज एरिया है उस लीज एरिया को छोडक़र अवैध रूप से डोलोमाइट की खनन चालू हो गया है और माफियाओं ने अवैध रूप से डोलोमाइट खनन कर बड़े-बड़े क्रेशरों में खपाया जा रहा है। वहीं माइनिंग विभाग है कि मुक दर्शक बना देख रहा है। अभी तक माइनिंग विभाग की कोई बड़ी कार्यवाही सारंगढ़ – बिलाईगढ़ जिले में देखने और सुनने को नहीं मिला होगा, आखिर कोई राजनीतिक दबाव है या फिर मामला कुछ और है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। माइनिंग विभाग कार्यवाही करने में नाकाम साबित हो रही है।
माइनिंग विभाग के चहेता हो गया है कटंगपाली के क्रेशर
लोगों का कहना है कि साहब आएंगे तो कार्यवाही होगी, लेकिन यहां तो उल्टा ही चल रहा है क्रेशर मालिक माइनिंग विभाग को चढ़ावा देकर हर साल अपनी कब्जे में कर लेते हैं तभी तो अभी तक कार्यवाही नहीं हो रही है और माइनिंग विभाग अवैध डोलोमाइट की कार्यवाही करने में भी नाकाम साबित हो रही है। यहां लीज और भंडारण की बहुत क्रेशरें हैं लेकिन सभी नियमों की धज्जियां उड़ाकर धड़ल्ले से और बेधडक़ होकर अवैध डोलोमाइट की खनन कर रहे हैं और खनिज अधिकारी लक्ष्मी की चढ़ावे से कटंग पाली के लिए चहेते बन गए हैं, तभी तो यहां बेधडक़ होकर अवैध उत्खनन करके मालामाल हो रहे हैं, माइनिंग विभाग को राजनीतिक दबाव में लाकर बेधडक़ होकर क्रेशर संचालित किया जा रहा है, लेकिन माइनिंग विभाग को इससे कोई लेना-देना नहीं है इसीलिए तो लोग कहते हैं कि अवैध रूप से क्रेशर संचालित हो रही है और क्रेशर मालिक खनिज विभाग के चहेता बन रहे हैं। ऐसा नहीं है कि – माइनिंग विभाग को इसकी जानकारी नहीं है, जानकारी होने के बाद भी खनिज अधिकारी कुंभकर्णी नींद में सोए हैं। आखिर कब करेंगे अवैध रूप से डोलोमाइट की खनन कर शासन को लाखों करोड़ों की चूना लगाने वाले क्रेशर माफियाओं कार्यवाही?
प्रदूषण नियमों की उड़ा रहे हैं धज्जियां कुंभकर्णी निद्रा में सोया प्रदूषण विभाग
वैसे तो सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले के प्रदूषण विभाग के अधिकारी आज भी रायगढ़ जिले में ही रहते हैं, लेकिन प्रदूषण विभाग के अधिकारी आज तक कटंगपाली के कोई भी क्रेशर में झांकने के लिए नहीं पहुंचे। क्रेशर अवैध रूप से और बिना नियम पालन के संचालित हो रहे हैं पर प्रदूषण विभाग के अधिकारी कुंभकर्णी निद्रा में सोते हुए हैं। कब जागेंगे इसका तो पता नहीं और क्रेशर मालिक बेधडक़ नियमों को अपनी जेब में रखकर क्रेशर संचालित कर रहे हैं। अगर प्रदूषण विभाग हर एक क्रेशर की हर पहलू को सही से जांच करें तो कई सारी खामियां उनको प्राप्त होगी, लेकिन प्रदूषण विभाग के अधिकारी हैं कि अभी निद्रा अवस्था में चल रहा हैं। आखिर इनको जगाने वाला कौन? कब होगी इन बड़े-बड़े डोलोमाइट क्रेशरों पर कार्यवाही? यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
अवैध डोलोमाइट खदान का खेल शुरू, आखिर कब होगी कार्यवाही
बरसात जाने के बाद अब क्रेशर मालिक अवैध रूप से खनन करवाने के लिए अपनी माफियाओं को सक्रिय करने में लग गए हैं। वैसे तो कटंगपाली में कई क्रेशर ऐसे हैं जिनकी लीज भी है, लेकिन लीज एरिया को हटाकर दूसरे जगह में अवैध रूप से डोलोमाइट का खनन अब चालू हो गया है लेकिन माइनिंग विभाग है कि इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहा है। वैसे तो कटंगपाली में बहुत सारे क्रेशर मालिक कमीशन में किसी का भी जमीन लेकर अवैध उत्खनन करवाने में पीछे नहीं रहे हैं और क्रेशरों में जितनी क्षमता है उससे ज्यादा अवैध रूप से डोलोमाइट की भरमार रखे हुए हैं, लेकिन सारंगढ़ माइनिंग विभाग है कि सिर्फ चढ़ावे पर ही चल रही है अब कटंगपाली के क्रेशर तरफ झांकने भी नहीं जाते तभी तो क्रेशर मालिक अवैध रूप से डोलोमाइट लेकर माला माल हो रहे हैं। जानकारी की मुताबिक जिनका भी डोलोमाइट का क्रेशर है वह अवैध रूप से पत्थर लेकर एक साल में लगभग एक से दो करोड रुपए कमा रहे हैं और शासन को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं, लेकिन 20 किलोमीटर की दूरी पर जिले के अधिकारी बैठ कर सिर्फ मुक दर्शक बन रहे हैं। अब देखते हैं आने वाला समय ही बता पाएगा कि इन क्रेशर मालिकों पर कब कार्यवाही होगी।
गत वर्ष अवैध उत्खनन पर हुआ था कार्यवाही अब कार्यवाही हो गई है जीरो
वही जानकारी के मुताबिक 2024 में अवैध रूप से डोलोमाइट की खनन पर सारंगढ़ माइनिंग विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्यवाही किया गया था, लेकिन इस साल हीरो से जीरो हो गए हैं वैसे लोग- बाग में चर्चा का विषय बना हुआ है। वैसे तो गत वर्ष खनिज इंस्पेक्टर पटेल और अनुराग नंद ने कार्यवाही की थी, लेकिन अब ठंड के मौसम में लग रहा है ऑफिस से निकलने का समय ही नहीं है तभी तो अवैध रूप से डोलोमाइट की खनन जोरों पर है और क्रेशर मालिक अवैध डोलोमाइट को लेकर मालामाल हो रहे हैं। खनिज विभाग अधिकारी ठंडा के मौसम में पूरे ठंडा हो गए देखते हैं अब कब होगी कार्यवाही या फिर और ठंडा हो जाएंगे खनिज अधिकारी।
कलमकार
भरत अग्रवाल
कटंगपाली क्रेशरों में अवैध डोलोमाइट लेकर खनन का खेल शुरू



