सारंगढ़। जिला बनने के बाद से जिले में अवैध शराब तस्करों और खनीज माफियाओं की सक्रियता में तेजी आई है! ऐसे में जिले में तेजतर्रार एसपी आंजनेय वार्ष्णेय का पदस्थापना सरकार ने की। पदभार संभालते ही कप्तान ने सभी थानाप्रभारियों को सख्त निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में किसी भी प्रकार की अवैध शराब तस्करों एवं खनीज माफियाओं को छुट ना दी जाये अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करें। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर बिलाईगढ़ के शराब तस्करों पर एवं खनीज माफियाओं पर टीआई शिव धारी ने ताबड़तोड़ कार्रवाई तेज कर दी। दर्जनों बाहुबलियों एवं कुछ तथाकथित नेताओं द्वारा आरोपियों को छोडऩे की अपील को नकारते हुए सच्चे वर्दीधारी का फर्ज निभाया एवं कार्रवाई करते रहे।
ईमानदारी का इनाम या फिर साजि़श
अपने मृदु व्यवहार एवं सामुदायिक पुलिसिंग से अ जनता का दिल जीतने वाले शिव धारी को जहाँ एक तरफ आम जनता का प्यार और सम्मान मिला वहीँ दूसरे तरफ अवैध कार्यकर्ताओं के नजऱ में खटकने लगे एवं उनके खिलाफ़ झूठे आरोपों और शिकायतों का सिलसिला प्रारम्भ होने लगा। जिन शराब तस्करों और खनीज माफियाओं के ऊपर गाज बनकर गिरे उन्ही ने उन्हें अवैध शराब का बढ़ावा देने का आरोप लगाकर एसपी और कलेक्टर से झूठी शिकायत कर उन्हें थाने से ट्रांसफर करने मांग करने लगे। बिलाईगढ़ थाना प्रभारी शिवकुमार धारी के खिलाफ लगातार शिकायतें हो रही है जिससे उनकी छवि धूमिल हो जैसे एक दंपत्ति ने कलेक्टर ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसमे अपने बेटे को निर्दोष करार देते हुए निर्दोष पर 55 लीटर अवैध शराब के मामले में आरोपी बनाने का आरोप लगाया तथा 50 हज़ार की मांग करने का आरोप लगाया था, बिलाईगढ़ के बेलटिकरी गांव के एक दम्पत्ति ने बिलाईगढ़ पुलिस पर उनके पुत्र को अवैध शराब के झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर सारंगढ़ को ज्ञापन सौप कर जांच की मांग किया है तथा अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने की बात कही थी।
खबर पढऩे से लगा क्या पुलिस ने गलत किया
पुलिस पर लगे इस गंभीर आरोप ने जिले में तहलका मचा दिया जिसपर हमारी टीम ने बेलटिकरी गांव जाकर मामले की पूछताछ की तो लोगों ने बताया की लडक़ा आदतन अपराधी है, जो जेल भी जा चूका है, अपने हाथ में हथियार लेकर लोगों को डराता है, एवं शराब तस्करी भी करता है, ग्रामीणों ने मीडिया को हथियार लहराता वीडियों भी दिखाया। ग्रामीणों की माने तो थाना प्रभारी शिवधारी पर लगाए आरोप बेबुनियाद हैं।
विगत दिनों एक और खबर धरातल में आई थी जहाँ सरोज गोड़ नामक व्यक्ति को पुलिस के संरक्षण में शराब बनाने की शिकायत की गयी थी। फैक्ट चेक ज़ब इस पर डेरा वासियों से मिलकर जानकारी लिए गयी तब पता चला की शिकायत कर्ता और सरोज का आपस में व्यक्तिगत विवाद चलता है, दोनों एक दूसरे के खिलाफ शिकायते करते रहते हैं, पहले ज़ब शराब निर्माण किया जाता था तब प्रत्येक माह 1 हज़ार रूपये शिकायत कर्ता को प्राप्त होती थी लेकिन पुलिस के कार्रवाई से अब शराब निर्माण बंद हो गया तो आमदनी खत्म होने एवं शिकायतकर्ता के खिलाफ धारा 151 की धारा बिलाईगढ़ में पंजीबद्ध होने के कारण बिलाईगढ़ थाना एवं थाना प्रभारी को बदनाम करने की साजि़श रची जा रही है। तथ्य – दोनों मामले की शिकायत मीडिया ने स्वयं को मिली जानकारी के आधार पर स्वेक्षा से की है और प्राप्त जानकारी के आधार पर तथ्यों को रखा है।
क्या कहते हैं स्थानीय निवासी
ज़ब बिलाईगढ़ में स्थानीय निवासियों से बात की गयी तो उनका कहना है थाना प्रभारी शिव धारी के चलते अपराध में अंकुश लगा है, शराब तस्करों में खौफ का माहौल है एवं किसी तरह थाना प्रभारी को हटाने की कोशिश माफियाओं द्वारा की जा रही है। जबकि आम जनमानस में साहब के प्रति समनान एवं विश्वास भरा है। एक पुलिस कर्मी की ड्यूटी सदा जोखिम से भरी रहती है, आये दिन उनका पाला गुंडे- बदमाशों, शराब तस्करो, जुआरियों, माफियाओं एवं कुछ राजनीति के आड़ में गलत कार्य करने वालों से नित प्रतिदिन पड़ते रहती है ऐसे में कुछ लोग कुछ लोग दब जाते हैं वहीँ शिवधारी जैसे लोग सिस्टम को दुरुस्त करने एवं प्रशासनिक कार्यों में समर्पित हो जाते हैं। जो हमेशा माफियाओं की आँखो में खटकते रहते हैं। ऐसे ईमानदार पुलिसकर्मी के खिलाफ गलत माहौल बनाकर उन्हें झुकाने की कोशिश की जाती है, लेकिन उच्च अधिकारीयों को भी सच का संज्ञान होता है, और ईमानदार पुलिस की जरूरत समाज एवं विभाग को भी होती है।
शराब एवं खनीज माफिया थाना प्रभारी की ईमानदारी से परेशान
झूठे आरोपों, शिकायतों के दम पर रच रहे साजि़श



