रायगढ़। ओडिशा बालिका गृह से भागकर गोवा जा रही तीन बालिका में से दो को जीआरपी ने रेस्क्यू किया है, वहीं एक बालिका मौका देखकर किसी ट्रेने से चली गई, ऐसे में उक्त बालिकाओं को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया है।
उल्लेखनीय है कि रेल मार्ग से हर हमेशा बालक-बालिकाएं किसी न किसी कारण से घर छोडकऱ निकल जा रहे हैं, जिसको देखते हुए अब रेलवे स्टेशन में एक सितंबर से चाइल्ड लाइन का आफिस शुरू किया गया है, जहां नाबालिगों को समझाईश देने व उनको सुरक्षित घर तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। ऐसे में गुरुवार को सुबह ओडिशा प्रांत के गजपति जिला के बालिका गृह में रह रही तीन बालिकाओं ने बुधवार को सुबह मौका देखकर वहां से निकल गई और ट्रेन के माध्यम से गोवा जा रही थी। इस दौरान गुरुवार को सुबह जब ट्रेन रायगढ़ स्टेशन पहुंची तो बालिकाओं ने ट्रेन से उतरकर स्टेशन में घुम रही थी, जिसे जीआरपी ने पकडकऱ पूछताछ कर ही रही थी, इसी दौरान एक 13 साल की बालिका ने मौका देखकर वहां से भागकर ट्रेन में बैठकर निकल गई, ऐसे में जीआरपी द्वारा कागजी कार्रवाई करते हुए दोनो बालिको को रेलवे चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया है। इस संंबंध में बालिकाओं ने बताया कि उनके पिता विगत कई साल से जेल में है, इससे वे ओडिशा के गजपति बालिका गृह में रह कर पढ़ाई करती थी, लेकिन इस दौरान बुधवार को मौका देखकर गोवा जाने का प्लांन बनकर निकली थी, लेकिन रायगढ़ में पकड़ा गई। वहीं चाइल्ड लाइन के कर्मचारियों ने बताया कि इनका मेडिकल चेकअप कराकर बालिका गृह भेजा जाएगा, जहां से गजपति बालिका गृह से संपर्क कर वहां पहुंचाया जाएगा।
एक माह में छह बालिका हुई रेस्क्यू
इस संबंध में कर्मचारियों का कहना था कि स्टेशन से लगातार बालिकाओं को रेस्क्यू किया जा रहा था, इससे अब यही पर एक सितंबर से आफिस चालू किया गया है। ऐसे में माहभर में छह बालिकाओं को रेस्क्यू कर उनको सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। साथ ही हर दिन स्टेशन आने वाले पालकों को भी समझाईश दी जाती है कि अपने बच्चों के साथ किस तरह का व्यवहार करें, ताकि वे घर छोडकऱ न जाए।
ओडिशा से गोवा जा रही दो बालिका को जीआरपी ने पकड़ा
