रायगढ़। खड़ी ट्रक से टकराने से बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई। एक युवक अटेंडर बनकर दोनों के शवों को एम्बुलेंस से अस्पताल ले जा रहा था। लेकिन रास्ते में वह भी गायब हो गया। कुछ देर बाद पुलिस को उक्त युवक घायल अवस्था में सडक़ किनारे मिला, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने शनिवार को ट्रैक्टर से शव को लेकर थाना पहुंचे और सडक़ में शव रखकर प्रदर्शन करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
इस संंबंध में मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम खम्हार निवासी आशीष राठिया और सरोज भोय विगत दो अक्टूबर को बाइक से दशहरा मेल देखने के लिए धरमजयगढ़ आए थे, जहां मेला देखने के बाद शराब के नशे में रात करीब एक बजे के आसपास दोनों बाइक से घर जा रहे थे, इस दौरान रात के अंधेरे में सडक़ किनारे खड़ी टाटा आल्ट्रा ट्रक में पीछे से जाकर ठोकर मार दिया, इससे दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना को देख वहां आसपास के बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए और इसकी सूचना पुलिस को दिया, हालांकि इस दौरान थाना प्रभारी भी मेला ड्यूटी पर थे, इससे वे अपने बल के साथ मौके पर पहुंचे और संजीवनी 108 को बुलाकर मृतक आशीष राठिया और सरोज भोय के शव को उसमें रखवाकर अस्पताल भेजा, लेकिन इस दौरान एंबुलेंस चालक ने अटेंडर के रूप में खम्हार निवासी नरेश कुमार राठिया को भी गाड़ी में बैठाकर सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ पहुंचे, लेकिन इस दौरान जब एंबुलेंस चालकों ने वाहन का गेट खोला तो उसमें सिर्फ दो लाश थी, नरेश राठिया गायब था, इससे चालकों को लगा कि उक्त व्यक्ति शराब के नशे में था हो सकता है उतर कर कहीं चला गया होगा, लेकिन बताया जा रहा है कि घटना के करीब 20 से 25 मिनट बाद ही डायल 112 की टीम नरेश कुमार राठिया को घायल अवस्था में अस्पताल पहुंची जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। वहीं डायल 112 के कर्मचारियों के अनुसार नरेश कुमार राठिया भंवरखोल गांव के पास मुख्यमार्ग में घायल अवस्था में मिला था जिसे अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं पुलिस ने शुक्रवार को आशीष राठिया और सरोज भोय और नरेश राठिया का मर्र्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया, जिससे सरोज और आशीष का तो अंतिम संस्कार हो गया, लेकिन ग्रामीणों ने नरेश राठिया का अंतिम संस्कार नहीं किया और शनिवार को उसके शव को लेकर धरमजयगढ़ पहुंच गए।
थाना के सामने किया प्रदर्शन
नरेश कुमार राठिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने के बाद शनिवार को खम्हार गांव के सभी ग्रामीण अपना काम काज छोडकऱ ट्रैक्टर में मृतक नरेश राठिया का शव लेकर थाना पहुंच गए और शव को सडक़ में रखकर मृतक के मौत के कारणों का निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि संजीवन 108 और डायल 112 की टीम को उनके सामने बुलाकर दोनों का बयान दर्ज कर मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषी के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाये। ऐसे में मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने दोपहर डेढ़ बजे आंदोलन समाप्त किया। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों की मांग पर पुलिस ने शनिवार को मृतक नरेश राठिया के शव को रायगढ़ मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा है। यहां फिर से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद जो भी पीएम रिपोर्ट में आएगा, उसके हिसाब से संजीवनी 108 के कर्मचारियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई होगी।
मृतक नरेश कुमार राठिया अटेंडर बनकर एंबुलेंस में बैठा था और एंबुलेंस का दरवाजा अंदर- बाहर से खुलता है। ऐसे में वह गिर गया या और कोई कारण है। इसी बात को लेकर ग्रामीण आज निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे थे। इससे शव को रायगढ़ भेजा गया है, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
सीताराम धु्रव, थाना प्रभारी धरमजयगढ़
बेकाबू बाइक खड़ी ट्रक से जा भिड़ी, दो की मौत
मृतकों को अस्पताल ले जाते समय रास्ते से गायब हुआ अटेंडर, कुछ देर बाद पुलिस उसे घायल हालत में अस्पताल पहुंचाई, जहां उसकी भी मौत हो गई
