जांजगीर-चांपा। जिले के अकलतरा में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने छापा मारा। ईओडब्ल्यू की 12 सदस्यीय टीम ने 21 सितंबर की सुबह खनिज विभाग के लिपिक जयचंद कोसले के घर दबिश दी। छापेमारी एंटी करप्शन ब्यूरो के डीएसपी अजितेश सिंह के नेतृत्व में चली। ये छापेमारी अकलतरा के अंबेडकर चौक स्थित मकान में हुई है।
दरअसल, पूर्व सरकार के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की जांच अब और तेज हो गई है। इसी कड़ी में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने कोयला घोटाले मामले में जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा में बड़ी कार्रवाई की है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की 12 सदस्यीय टीम ने डीएसपी अजितेश सिंह के नेतृत्व में 21 सितंबर की सुबह करीब पांच बजे अकलतरा के अंबेडकर चौक स्थित खनिज विभाग के लिपिक जयचंद कोसले के घर पर दबिश दी। इस दौरान टीम ने घर की तलाशी ली और लिपिक जयचंद कोसले से घंटों पूछताछ की। करीब छह घंटे तक चली पूछताछ में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) को कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। बता दें कि कांग्रेस सरकार के दौरान जयचंद कोसले सचिवालय में सहायक ग्रेड दो के पद पर पदस्थ रहे हैं। वहीं उनका बेटा कोयले का कारोबार करता है, जिस कारण आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) टीम उनके अकलतरा स्थित घर में दस्तावेजों को खंगालने पहुंची थी।
ईओडब्ल्यू ने इसलिए दी दबिश
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई भ्रष्टाचार और संपत्ति संबंधी अनियमितताओं से जुड़ी बताई जा रही है। खनिज विभाग में लंबे समय से कई शिकायतें दर्ज हो रही थीं कि विभागीय कर्मचारियों के पास आय से अधिक संपत्ति है और वे विभिन्न तरह के घोटालों में संलिप्त हैं। संभवत: इन्हीं शिकायतों को आधार बनाकर ईओडब्ल्यू की जांच टीम ने यह कदम उठाया। जांच अधिकारियों का कहना है कि उनके पास पुख्ता सबूत और दस्तावेज हैं, जिन्हें खंगालने के लिए ही उन्होंने यह दबिश दी है।
पूरे मोहल्ले में मच गई हलचल
अकलतरा नगर में हुई ईओडब्ल्यू की कार्रवाई ने माहौल को गर्मा दिया है। क्योंकि, खनिज विभाग में कार्यरत लिपिक जयचंद कोसले के घर अचानक 12 सदस्यीय टीम पहुंची। टीम ने पहुंचते ही लिपिक कोसले और उनके परिवार को घर के अंदर ही रहने के निर्देश दिए और बाहर सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया। इस कार्रवाई की जानकारी मिलते ही पूरे मोहल्ले में हलचल मच गई और लोग यह जानने के लिए एकत्रित होने लगे कि आखिर मामला क्या है।
12 सदस्यीय टीम ने संभाला मोर्चा
रविवार को सुबह होते ही 12 विशेषज्ञों की टीम ने लिपिक जयचंद कोसले के घर पर दस्तक दी। यह टीम रायपुर-बिलासपुर से सीधे अकलतरा पहुंची थी। टीम में उच्च अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ और दस्तावेज जांचने वाले सदस्य मौजूद थे। घर के अंदर जाते ही उन्होंने बैंक पासबुक, जमीन-जायदाद से जुड़े कागजात और अन्य दस्तावेजों की पड़ताल शुरू कर दी। वहीं परिवार के सदस्यों से भी अलग-अलग सवाल किए गए, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी सामने आ सके।
पूछताछ और खोजबीन जारी
देर दोपहर तक ईओडब्ल्यू की पूछताछ जारी रही। लिपिक जयचंद कोसले से उनकी आय, नौकरी से मिली सुविधाओं और निजी संपत्ति के बारे में बारीकी से सवाल पूछे गए। बताया जा रहा है कि शुरुआती दौर में उन्होंने कुछ सवालों के सीधे जवाब देने से बचने की कोशिश की, लेकिन टीम के पास मौजूद दस्तावेजों के कारण उन्हें विस्तार से जवाब देना पड़ा। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने यह भी साफ किया कि जांच पूरी होने तक किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
अकलतरा में ईओडब्ल्यू की दबिश, खंगाले जा रहे घोटाले से जुड़े दस्तावेज
खनिज विभाग के लिपिक जयचंद कोसले के घर पर पहुंची 12 सदस्यीय टीम
